चुनावों में टोरीज, लिबरलस ने खर्च किएं मिलीयनस

– चुनावों के पश्चात वित्तीय रुप से एनडीपी और ग्रीनस की हुई खस्ता हालत
औटवा। चुनाव आयोग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 21 अक्टूबर को हुए चुनावों के लिए पार्टियों ने अपनी आमदनी से अधिक खर्च किया, जहां प्रमुख पार्टियों लिबरलस और कंसरवेटिवस ने मिलीयनस खर्च किए तो वित्तीय रुप से खस्ता हाल हुई विपक्ष पार्टियों ने भी अपनी स्थिति से अधिक खर्चा किया। चुनावी आंकड़ों के अनुसार कंसरवेटिवस ने जहां अनुमानित 10.1 मिलीयन डॉलर खर्च किया, माना जा रहा है कि यह धन पार्टी ने 1 जुलाई से सितम्बर के अंत तक लगभग 62,000 दानदाताओं से एकत्र किया। वहीं लिबरलस इस मामले में टोरीज से पीछे रही और उन्हें 7.3 मिलीयन डॉलर का वित्तीय सहयोग लगभग 53,000 दानदाताओं से प्राप्त हुआ।एनडी पी का कलेक्शन 2.65 मिलीयन रहा जिसमें 21,000 डोनरों का सहयोग था, जबकि ग्रीनस ने केवल 50,000 डॉलर 21,000 दानदाताओं से प्राप्त किएंं। सभी पार्टियों ने अपनी साख के आधार पर यह राशि एकत्र की, माना जा रहा है कि बड़ी पार्टियों के पास धन गैर-चुनावी वर्ष में अधिक एकत्र हुआ जिससे उन्हें इस वर्ष में इतनी अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ी, परंतु अन्य पार्टियों को चुनावी वर्ष में ही जनता का साथ मिला जिससे उनके पास प्राप्त वित्त बहुत कम रहा या यूं कहें कि न के बराबर। सूत्रों के अनुसार सबसे बुरी हालत एनडीपी और ग्रीनस की रही जिन्हें अपने खर्च के अनुसार जीत हासिल नहीं हो पाई और पार्टी की वित्तीय स्थिति और अधिक बुरी हो गई हैं, जिसे सुधारने के लिए पार्टी सदस्यों को और अधिक परिश्रम करना होगा। औटवा स्थित मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर एनडीपी पर 12 मिलीयन डॉलर का अतिरिक्त कर्जा हैं, जिसे चुकाने के लिए पार्टी को जल्द ही धन का प्रबंध करना होगा। जानकारों के अनुसार पार्टी को वर्ष 2015 की तुलना में इस वर्ष तक और कम अनुदान मिला जिससे उनकी वित्तीय स्थिति कमजोर हो गई । सबसे अधिक लाभ ब्लॉक क्यूबेकोइस को हुए जिन्हें केवल 3600 दानदाताओं से ही 500,000 डॉलर का अनुदान मिला और उनके हिस्से इस बार 32 सीटें आई, जिससे यह माना जा रहा है कि खर्चें में पीछे रहने वाली पार्टी ने इस बार सबसे अधिक बाजी मारी।

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