गुलाम नबी फई को अमेरिका से निकालने की मांग
वाशिंगटन। एक प्रसिद्ध अमेरिकी थिंक टैंक कश्मीरी अलगाववादी गुलाम नबी फई की अमेरिका की नागरिकता समाप्त करने के पक्ष में है। उसका कहना है कि अंतत: फई को अमेरिका से निकाल दिया जाना चाहिए। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए गुप्त रूप से लॉबिंग करने के मामले में दो साल की सजा काट रहा है।
थिंक टैंक इंवेस्टीगेटिव प्रोजेक्ट ऑन टेररिम [आइपीटी] की ओर से कहा गया है कि फई के आपराधिक मामले की पृष्ठभूमि संबंधी प्रमाण को देखते हुए संघीय अधिकारियों के लिए यह उचित प्रतीत होता है कि वे उसके खिलाफ उपलब्ध सभी कानूनी मार्गो का अनुसरण करते रहें। इन उपलब्ध मार्गो में उसकी नागरिकता समाप्त करना और अंतत: उसे अमेरिका से निकाल देना शामिल है। आइएसआइ के लिए गुप्त रूप लॉंिबंग करने के मामले में फई को दो साल की सजा सुनाई गई थी और इसमें से करीब आधी सजा वह काट चुका है। वाशिंगटन के आइपीटी की ओर से कहा गया है कि उसके जेल से छूट जाने के बाद भी उसका अमेरिकी न्याय तंत्र से पीछा नहीं छूटना चाहिए। वह इस समय मेरीलैंड में सजा काट रहा है।
कश्मीर पर अमेरिकी नीति को प्रभावित करने के प्रयास में आइएसआइ की ओर से 1990 से उसे 35 लाख डॉलर दिए गए। संघीय अभियोजकों का कहना है कि फई के घर से जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल [केएसी] की स्थापना से पहले ही वह कई साल से आइएसआइ के लिए काम कर रहा था। आइपीटी का कहना है कि फई ने कोर्ट में स्वीकार किया है कि 1994 में अमेरिकी नागरिक बनने से चार वर्ष पहले 1990 में ही उसने गैरकानूनी गतिविधियां प्रारंभ कर दी थी। 1990 में ही उसने केएसी की स्थापना की थी।
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