जेडीयू का आरोप, भागवत ने बिगाड़ा बिहार का माहौल
पटना । जदयू नेताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा है कि सर संघचालक मोहन भागवत के पटना दौरे के बाद से ही सूबे में विभिन्न प्रकार की घटनाएं हो रही हैं।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक और प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि बोधगया में धमाका, मिड-डे मील से 23 बचों की मौत, हैंडपंप में जहर डालने जैसी घटनाएं संघ, बजरंग दल एवं विहिप की मदद से भाजपा करवा रही है। इन नेताओं के अनुसार राजद की भी इस साजिश में मिलीभगत है। लालू को जब चोट लगी थी तो सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर हाल पूछा था।
संजय सिंह ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी और लालू नियमित रूप से फोन पर बात करते हैं। लालू के फोन का प्रिंट आउट निकालने पर यह साबित भी हो जाएगा। नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सरदार पटेल की प्रतिमा के लिए लोहे का संग्रह करने के अभियान पर श्याम रजक ने कहा कि लोहा अपशकुन का प्रतीक है। लोहे की प्रतिमा बनवाना सरदार पटेल का अपमान है।
उन्होंने कहा कि बिस्कोमान अध्यक्ष सुनील सिंह लालू के बेहद करीबी हैं। उनके इशारे पर ही वह गुजरात सहकारी समितियों की बैठक में भाग लेने गए थे। लालू कहते हैं कि हम सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं, लेकिन वह भाजपा के लोहा संग्रह अभियान में शामिल हो रहे हैं। हालांकि इन दोनों नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार कृषि सहकारिता इकाइयों को सरदार पटेल की प्रतिमा के लिए लोहे का संग्रह करने से नहीं रोकेगी। जदयू नेताओं के आरोपों पर सहकारिता संघ बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि सहकारिता दलगत राजनीति से ऊपर है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, देश का कोई भी मुख्यमंत्री सहकारिता के नाम पर हमें बुलाएगा तो हम जाएंगे।
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