राज्य में आपदा संकट से बचने के लिए निर्माण कार्यों को भी करना होगा बंद : टोरी
मेयर जॉन टोरी ने बताया कि सभी प्रकार के कन्ट्रक्शन साईटों पर मजदूर ”कंधे से कंधा” मिलाकर कार्य करते हैं, जिससे यह महामारी अधिक फैलने की आशंका हैं।
टोरंटो। मेयर जॉन टोरी ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा कि जल्द ही कुछ और संस्थानों को बंद करना पड़ सकता हैं, जिसका मुख्य कारण कोविड-19 के संकट को कम करना होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को एक अच्छे नागरिक की पहचान देते हुए सभी कार्यो को शट डाउन करने का समय आ गया हैं, जिसमें राज्य को सभी निर्माण कार्यों पर भी प्रतिबंध लगाना उचित होगा। इसके लिए राज्यों ने 74 ऐसे कार्यों को शामिल किया हैं जो महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल होंगे, जिसमें दिन-प्रतिदिन के कार्य और निर्माण उद्योग को भी शामिल किया गया हैं।
इसके अलावा लिकर स्टोर, गैस स्टेशनस, हार्डवेयर स्टोरस, दवाईयों की दुकानें, आपूर्ति कार्यालय, टैक्सीज, होटलस, वेटस और पेट स्टोरस, आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस और कुछ संबंधितों को भी महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल किया गया हैं। यह सूची बहुत सोच समझकर चुने गए उद्यमों का चयन हैं, जिससे राज्यों के सुशासन में कोई परेशानी न आएं और आपदा संकट से भी बचा जा सकेगा, परंतु निर्माण उद्योग के आरंभ रखने के कारण सभी कन्ट्रक्शन साईटों पर खतरा बना रहेगा, इसलिए इसे बंद करने पर पुन: विचार किया जा सकता हैं। टोरी ने यह भी माना कि यदि सभी निर्माण साईटस बंद करना संभव नहीं है तो सरकार को कुछ कन्ट्रक्शन साईटों को अवश्य बंद कर देना चाहिए। निर्माण कंपनियों को समझाना होगा कि निर्माण मजदूरों की सुरक्षा के लिए यह नियम उठाना बेहद आवश्यक हैं और केवल कुछ दिनों के आर्थिक संकट के कारण इस निर्णय को टालना अनुचित होगा, इसके लिए यह देखा जाना चाहिए कि एक कन्ट्रक्शन साईट पर सैकड़ो मजदूर एक बार में प्रभावित हो सकते हैं।
निर्माण स्थानों पर कार्य प्रक्रिया में बदलाव होना चाहिए :
महामारी के कारण जहां एक ओर पूरे देश में बचाव कार्यों पर जोर दिया जा रहा हैं, वहीं सरकार की महत्वपूर्ण कार्यों की सूची में निर्माण कार्यों को शामिल किए जाने पर मेयर जॉन टोरी ने गहरे सवाल उठाएं हैं और इससे वायरस का संक्रमण और अधिक फैलने की भी आशंका जाहिर की हैं, उन्होंने यह बताया कि यदि कुछ कन्ट्रक्शन अनिवार्य हैं तो उनकी कार्य प्रणालियों में बदलाव करना होगा और सुरक्षा के सभी उपायों को अपनाते हुए ही इन्हें आरंभ रखने की अनुमति दी जा सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस आपदा के समय में मजदूरों को भी पूर्ण जागरुक करना होगा तभी इस स्थिति से निपटा जा सकता हैं और उन्हें भी इस संकट से बचाया जा सकता हैं। उनकी मर्जी के अनुरुप ही कार्यों को साकार करने के लिए उचित कदम उठाएं जा सकते हैं।
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