देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या में इजाफा: स्वास्थ्य मंत्रालय
नई़ दिल्ली। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा है कि देश में अब तक पांच लाख से अधिक कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण के टेस्ट हो चुके हैं और इस समय हमारा मकसद इस विषाणु का पता लगाना है कि इसका प्रसार कितना है । आईसीएमआर के महानिदेशक प्रोफेसर बलराम भार्गव ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में पांच लाख से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं और इस समय हमारा सिद्धांत ‘अधिक प्रयोगशाला, अधिक परीक्षण और अधिक संसाधन’ का है और यही रणनीति अपनाते हुए इस विषाणु का पता लगाकर लोगों का जीवन बचाना है। इस विषाणु का पता केवल आरटीपीसीआर किट से ही लगाया जा सकता है और इसी के लिए इस टेस्ट की वकालत की गई है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस के मामले आने शुरू होने के समय प्रयोगशालाओं की संख्या 100 थी लेकिन अब निजी और सरकारी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं की संख्या 325 हो गई है और कोरोना संकट से निपटने के लिए डीबीटी, आईसीएमआर, आईसीएआर, सीएसआईआर, डीएसटी, डीआरडीओ और देश के विभिन्न मेडिकल कालेज तथा निजी क्षेत्रों के संस्थान आगे आ रहे हैं।
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