एमपीपी रैंडी हीलीयर ने सरकार के लॉकडाउन बढ़ाएं जाने पर जताया विरोध
- लॉकडाउन का विरोध कर रहे एमपीपी से प्रीमियर डाग फोर्ड ने पूछा कि क्या उनके पास है कोई उत्तम उपाय?
टोरंटो। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को लानार्क – फ्रंटेनक – किंगसटन एमपीपी रैंडी हीलीयर ने अपने 30 समर्थकों के साथ सरकार द्वारा लॉकडाउन बढ़ाए जाने के फैसले का विरोध करते हुए क्वीन्स पार्क के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनके अनुसार सरकार द्वारा बिना जनता की राय लिए इस प्रकार से जून के अंत तक आपातकाल को बढ़ाना अनुचित हैं। उन्होंने इस प्रदर्शन में जमकर सोशल डिशटेन्सींग की धज्जियां भी उड़ाई, इन प्रदर्शनकारियों ने जो टीशर्ट पहन रखी थी उस पर लिखा था ”हगस नॉट मास्क” मतलब गले लगें मास्क न लगाएं, इसका साफ अर्थ था कि वे सभी सरकारी निर्देशों का भी पालन नहीं करना चाहते थे।
इस प्रदर्शन से नाराज प्रीमियर डाग फोर्ड ने कहा कि इस प्रकार नेताओं द्वारा ही सरकार के विरोध में आवाज उठाना गलत हैं और इस घटना से उन्हें बहुत अधिक दु:ख पहुंचा हैं। उन्होंने स्वतंत्र प्रभार के एमपीपी रैंडी हीलीयर से पूछा गया कि मौजूदा कोविड-19 की लड़ाई में उनके पास कोई उत्तम उपाय हैं? इस आपातकाल को बढ़ाने से पूर्व उन्होनें क्वीन्स पार्क में सभी विधायकों और स्वास्थ्य अधिकारियों से गहन चर्चा की थी, जिसके पश्चात ही यह निर्णय लिया गया। फोर्ड ने कहा कि यह समय संयम का हैं और यदि थोड़ी सी भी असावधानी बरती गई तो इसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं, इसके स्पष्ट उदाहरण अन्य पश्चिमी देश हैं। फोर्ड ने मीडिया को इस बारे में जानकारी देते हुए यह भी कहा कि ये केवल अपना स्वार्थ देखने वाले कुछ लोगों का कार्य हैं, जिसके लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता, स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशों का उल्लंघन भी प्रदर्शनकारियों और उनके परिजनों को बड़े संकट में डाल सकता हैं, इस बात की जानकारी तो कुछ समय पश्चात ही होगी। फोर्ड ने यह भी माना कि वे अपने प्रयासों में पीछे नहीं हटेंगे इसके लिए चाहे कितना ही विरोध क्यों न सहना पड़े।
एमपीपी रैंडी को अपने कृत्य पर कोई अफसोस नहीं
टोरंटो। वेटर्नस ओंटेरियो राजनेता रैंडी हीलीयर द्वारा गत दिनों क्वीन्स पार्क के बाहर लॉकडाउन विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया, वहीं देश में चारों ओर से उन्हें इस कार्य पर निंदा का सामना करना पड़ रहा हैं, सूत्रों के अनुसार रैंडी हीलीयर को इस कृत्य का कोई अफसोस नहीं हैं और न ही वे इस कार्य के लिए सार्वजनिक माफी मागेंगे। यह भी माना जा रहा है कि यह प्रदर्शन अमेरिका में हुए जातिय हिंसा का एक भाग हो सकता हैं, गत दिनों सरकार के परिवार, बाल व सामाजिक विकास मंत्री अहमद हुसैन ने भी टीवी पर दिए अपने एक साक्षात्कार में कई एंटी-ब्लैक बयान दिए जिससे यह प्रतीत होता है कि ये सरकार जातीय विरोधी हैं। इसके लिए भी अब समय आ गया हैं कि सरकार के सभी नियमों का पालन नहीं किया जाएं, ये राय हीलीयर ने अपने प्रदर्शन के दौरान दी थी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के नाम पर अश्वेतों पर हो रहे अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसका विरोध जारी रहेगा। इसी प्रकार हीलीयर ने यह भी बताया कि सरकार के कैबीनेट मंत्री अहमद हुसैन ने अपने ट्विटर पर भी एक घटना को साझा किया जिसमें उनके स्टाफ के साथ भी अश्वेत-विरोधी घटना हुई, जिसे बाद में हटा दिया गया, परंतु कैनेडा में इस प्रकार की घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं हैं। इसलिए वे इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
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