मोदी अति महत्वाकांक्षा में सभी सीमाओं को लांघ रहे: कांग्रेस
नई दिल्ली : कांग्रेस ने शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ उनकी कल की टिप्पणी के लिए पलटवार करते हुए उन पर अति महत्वाकांक्षा में सभी सीमाओं को लांघने का आरोप लगाया और कहा कि वह पहले भाजपा के अंदर अपनी स्वीकार्यता हासिल करें।
गुजरात के भुज में कल प्रधानमंत्री पर मोदी के हमले को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा परोक्ष रूप से नापसंद किए जाने के बयान के संदर्भ में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज नरेन्द्र मोदी पर ‘सत्ता की उनकी भारी भूख’ के लिए कटाक्ष किया।
सिंह ने मोइक्रोब्लागिंग साइट ट्वीटर पर लिखा है, ‘मोदी के स्वतंत्रता (दिवस) के भाषण पर, मेरी और आडवाणी जी की समान राय हैं। मोदी की सत्ता की भारी भूख की कोई सीमा नहीं है। संवाददताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा कि जिस तरीके से मोदी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है उन्होंने सभी स्थापित नियमों एवं परंपराओं को तोड़ दिया है। यह उनकी अति महत्वाकांक्षा है जो इस सभी चीजों के पीछे है। अब उनके लिए कोई सीमा नहीं है।
सिंह ने कहा कि वह (मोदी) सभी सीमा लांघ गए हैं। अब यह भाजपा नेताओं के लिए चिंता की बात होनी चाहिए कि वह इस तरह के अति महत्वाकांक्षी व्यक्ति को कब तक अपने कंधों पर रखकर ढोते रहेंगे। मोदी पर चर्चा करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री लाल किले की प्रचीर से बोलते हैं तो वह देश की 120 करेाड़ जनता की आशाओं एवं आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और अगर कोई सोचता है कि अपने भाषण से वह प्रधानमंत्री के भाषण की तुलना कर सकता है तो इससे ज्यादा किसी की हताशा जाहिर नहीं हो सकती।
इस तरह की तुलना के प्रयास का उपहास करते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि मोदी इस बात को लेकर इच्छुक हैं कि कांग्रेस उन्हें एक चुनौती के रूप में स्वीकार करे। खुर्शीद ने कहा कि हम भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। पहले वह भाजपा में वर्चस्व बनाएं। उसके बाद हम देखेंगे क्या वह चुनौती हैं या नहीं। फिलहाल वह भाजपा को ही समझाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। मोदी को भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाये जाने को लेकर आपत्ति जता चुके आडवाणी ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस जैसे दिन नेताओं को एक-दूसरे की आलोचना नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने मोदी के बिल्कुल उलट टिप्पणी में कहा कि मैंने आज प्रधानमंत्री को सुना, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज किसी की भी आलोचना किए बिना हमें यह समझना चाहिए कि भारत के पास भविष्य के लिए असीमित क्षमता है। मोदी ने प्रधानमंत्री पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रख नहीं अपनाने, अर्थव्यवस्था को उबारने में असफलता और देश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टावार का दोष मढ़ा।
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