बैंक ऑफ कैनेडा ने बढ़ती महंगाई के लिए फ्रेमवर्क तैयार किया

औटवा। बैंक ऑफ कैनेडा ने सार्वजनिक रुप से महंगाई-दर पर कार्य करने के लिए अपनी इच्छा जाहिर की हैं, उनके अनुसार सेन्ट्रल बैंक द्वारा ब्याज दरों में परिवर्तन का कोई भी प्रभाव अभी नहीं लागू किया जा सकता। कोविड-19 महामारी को लेकर जारी दीर्घकालीन समीक्षा के पश्चात ही यह निर्णय लिया गया, जिसमें यह स्पष्ट रुप से माना गया कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा हैं और तेजी से गिरने के कारण इस संकट से उबरना महत्वपूर्ण कार्य होगा। एक ऑनलाईन सर्वे में भी यह माना गया कि इसका वास्तविक प्रभाव ही सही दिशा निर्धारित कर सकता हैं। बैंक का मानना है कि मूल्यों में स्थिरता से ही गिरती अर्थव्यवस्था को बचाया जा सकता हैं। बैंक अपना कन्फर्ट जोन अपनाते हुए सबसे पहले ब्याज दरों को स्थिर रखना चाहेंगा क्योकि इससे ही ऋणों और लोनस आदि पर प्रभाव पड़ता हैं। ज्ञात हो कि इससे पूर्व महंगाई दर पर बैंकों ने आज से 30 वर्ष पूर्व ही समीक्षा की थी, बताया जाता है कि वर्ष 1970 और 1980 में इस बारे में विचार किया गया था, उसके पश्चात इसी वर्ष इसे थामने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बैंक की लक्षित महंगाई दर दो प्रतिशत हैं, जिसे प्राप्त करने के लिए प्रयास आरंभ कर दिए गए हैं। कनसास सिटी के केंद्रीय रिर्जव बैंक में आयोजित एक सभा में गर्वनर टिफ मैकलम ने कहा कि इस वर्ष की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए ब्याज दरों को 0.25 प्रतिशत पर ही रखा जाएगा जिससे महंगाई दर नहीं बढ़ सके और वस्तुओं के दाम स्थिर रहें। एक अन्य अधिकारी ने भी माना कि महामारी काल में बदलाव अनिवार्य हैं, परंतु योजनाबद्ध परिवर्तन से ही लक्ष्यों की प्राप्ति होगी, जिसके लिए प्रयास करने आरंभ कर दिए गए हैं। जल्द ही बैंक अपनी विस्तृत योजना का अनावरण करेगी जिसे केंद्र सरकार के वित्त विभाग के साथ मिलकर तैयार किया गया जाएगा।

You might also like

Comments are closed.