अभी लड़ाई समाप्त नहीं हुई : टोरंटो प्रदर्शनकारी

- पुलिस के विरुद्ध डीफंडींग की मांग करते हुए सैकड़ो प्रदर्शनकारी फिर से उतरे सड़कों पर

टोरंटो। गत शनिवार को डाऊनव्यू पार्क में एक बार फिर से सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने अपने विरोध प्रदर्शन द्वारा पुलिस डीफंडींग की मांग को दोहराया, इस प्रदर्शन में कई सामाजिक संस्थाओं के साथ साथ ”नॉट अनदर ब्लैक लाईफ” की संस्था भी शामिल हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार पुलिस की डीफंडींग करके उस धन को सामाजिक सुधारों के कार्यों में लगाएं। सरकार से अपील करते हुए इन प्रदर्शनकारियों का मानना है कि पुलिस बजट में कटौती करते हुए सामाजिक सुधारों को बढ़ाना ही सरकार के लिए श्रेष्ठ कार्य होगा। अनिल फिलीप नामक एक प्रदर्शनकारी के अनुसार सरकार को पुलिस संगठन के बजट में से 50 प्रतिशत तक की कटौती करनी चाहिए और इस कटौती से प्राप्त धन को जनता के विकास कार्यों में निवेश करना चाहिए, उनका कहना था कि ये निवेश दोगुने रुप से वापस प्राप्त होगा परंतु पुलिस निवेश में कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा, इस बात पर विचार अवश्य करना होगा। ‘एफ्रो इन्डीजीनीयस राईजिंग” समूह के क्रिश रोज का कहना है कि पुलिस की डिफंडींग पिछले कई महीनों से मांगी जा रही हैं और जब तक सरकारें इस ओर ध्यान नहीं देगी ये प्रदर्शन यूं ही चलते रहेंगे।
ये मांग केवल कुछ दिनों का उबाल नहीं बल्कि पूरे होने तक की जंग हैं जिसके लिए हम सदैव तत्पर हैं, उन्होंने आगे कहा कि पुलिस कार्यवाही हमेशा दु:खदायी रही हैं, अब हमें न्याय चाहिए और इसके लिए यह मुहिम चलती रहेगी। इसी प्रकार गत शनिवार को एक दूसरी रैली का आयोजन क्रिस्टीया पीटस पार्क में किया गया। इस रैली में लोगों ने हाथों में बोर्ड लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिसमें ”डीफंड ब्रुटेलीटी, फंड ह्यूमनीटी”, ”नो जस्टीक, नो पीस”, ”अबॉलीश द पुलिस, फंड  द पीपल” जैसे संदेश लिखे थे, माना जा रहा है कि इस बार प्रदर्शन को और अधिक विशाल करते हुए प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे। इस प्रदर्शन में भाग लेने वाले टीजे का कहना है कि मई में 29 वर्षीय युवती की हत्या के पीछे भी पुलिस कार्यवाही को भुलाया नहीं जा सकता और यदि इस बार फंड कटौती की मांग को उग्र नहीं किया गया तो पुलिस कभी भी जनता के दु:ख को नहीं समझ सकेगी और उनकी ज्यादतियां बढ़ती जाएंगी, सामाजिक सुधार के लिए यह प्रदर्शन एक शुरुआत हैं जिसे कभी भी रोका नहीं जा सकता जब तक की लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो जाती।

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