प्राथमिक स्कूलों की रिओपनींग को लेकर टीडीएसबी उलझन में

टोरंटो। सूत्रों के अनुसार टोरंटो स्कूलों के छात्र मार्च में स्कूल बंदी के पश्चात जल्द ही अपनी कक्षाओं में वापस आने वाले थे, परंतु ऐसा होने में पुन: देरी होने की बात दोहराई जा रही हैं। टीडीएसबी के अध्यक्ष एलेक्सजेंडर ब्राउन ने बताया कि अंतिम क्षण में वर्चुअल लर्निंग की योजना को अनुमति मिल सकती हैं। इस बात की सुनिश्चितता के लिए हजारों प्राथमिक छात्रों को ई-लर्निंग से जोड़ने की योजना बनाई जा रही हैं। ब्राउन ने यह भी बताया कि इस योजना में भी कुछ विलंभ हो सकता हैं और इसका आरंभ आगामी 22 सितम्बर तक यकीनन हो जाएगा। वर्चुअल नामांकन के लिए टीडीएसबी ने 200 अतिरिक्त अध्यापकों के लिए भी अपनी स्वीकृति दी हैं। इसकी सफलता के बारे में सूचना देते हुए ब्राउन ने कहा कि लगभग 66,000 छात्रों के नामांकन के पश्चात एक माह के अंदर ही यह संख्या 72,000 तक पहुंच जाना यह प्रमाणित करता है कि अभिभावकों को भी वर्चुअल शिक्षा पर ही अधिक भरोसा हैं। पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के केसों में बढ़ोत्तरी ने एक बार फिर से लोगों के मध्य अपने बच्चों के प्रति चिंता को बढ़ा दिया हैं, इसके लिए वर्तमान आंकड़ों का भी हवाला दिया जा रहा हैं। ज्ञात हो कि सोमवार को जहां राज्य में कोविड-19 के 313 केस सामने आएं वहीं मंगलवार को यह संख्या 251 तक पहुंची जिससे यह प्रमाणित हुआ कि राज्य में तेजी से संक्रमितों की संख्या में ईजाफा हो रहा हैं जोकि चिंता का विषय हैं। ब्राउन ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए यह भी स्पष्ट किया कि इस स्थिति में हम बच्चों के प्रति कोई भी जोखिम नहीं उठा सकते, इसके लिए अवश्य ही सतर्कता को अपनाना होगा अन्यथा स्थितियां और अधिक बिगड़ सकती हैं। वायरस के नियंत्रण तक ओपन स्कूलों के बारे में विचार करना गलत होगा। ज्ञात हो कि अपनी वर्तमान तैयारियों में स्कूल परिसर के अंदर भी सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया हैं और कक्षाओं के अंदर बाहर उचित दूरी बनाना अनिवार्य किया गया हैं, वहीं दूसरी ओर अभिभावकों से भी बार-बार अपील की जा रही है कि यदि कोई भी बच्चा बीमार हो तो उसे स्कूल न भेजे और उसकी तुरंत कोविड-19 जांच करवाएं किसी भी लापरवाही की सजा हजारों बच्चों को झेलनी पड़ सकती हैं, जिसके लिए कोई भी तैयार नहीं होगा। वहीं पिछले दिनों ओंटेरियों की प्रख्यात चार अध्यापक यूनियनों ने अपनी अपील लेबर बोर्ड में दायर करते हुए यह प्रार्थना की हैं कि राज्य सरकार की योजनाएं पर्याप्त नहीं हैं और इस कारण से महामारी काल में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता अभी भी बनी हुई हैं। फोर्ड सरकार की बैक-टू-स्कूल योजना को लेकर इन यूनियनों ने कई सवालिया निशान उठाएं हैं, जिसके लिए ईटीएफओ, ओईसीटीए, ओएसएसटीएफ/एफईईएसओ और एईएफओ ने सोमवार को एक संयुक्त प्रैस वार्ता का आयोजन करके इस बारे में जानकारी दी, इस वार्ता में यूनियनों ने शिक्षामंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी योजनाएं पर्याप्त नहीं हैं, विशेष रुप से स्कूल कर्मचारियों और स्टाफ के प्रति कोई भी ठोस व्यवस्था नहीं बनाई गई हैं, जिससे जोखिम ज्यों का त्यों बना रहेगा और किसी भी संक्रमण फैलने पर सबसे अधिक प्रभावित स्कूल स्टाफ और अध्यापक वर्ग होगा।

You might also like

Comments are closed.