घर से काम करने को लेकर अधिक कैनेडियन्स राजी : पोल

औटवा। केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रिकवरी को पुन: संतुलित करने के लिए कई योजनाओं के आरंभ की घोषणा की हैं, जिससे देश के कई राज्यों में प्रसन्नता की नजर देखने को मिल रही हैं। प्रधानमंत्री द्वारा गत दिनों दिए अपने राष्ट्रीय संबोधन में कैनेडियनस को यह विश्वास दिलाया कि अभी भी देश की वित्तीय स्थिति मजबूत हैं और नए निवेशों के बदले जल्द ही बिगड़ी हुई स्थितियों को भी सामान्य कर लेगे। केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा गत मार्च से देश में लगाएं गए लॉकडऊन के कारण बिगड़ी औद्योगिक स्थितियों को भी सुधारने का प्रयास किया जा रहा हैं जिसके लिए धीरे-धीरे सभी को अपने अपने कार्यों से पुन: जुड़ने की सलाह भी जारी कर दी गई हैं। ओंटेरियो महामारी काल में इस दुविधा को समाप्त करने के लिए एक सर्वे करवाया गया, जिसमें लोगों से पूछा गया कि इस महामारी काल में वे घर पर ही बैठकर अपना कार्य करना चाहते हैं या फिर से सुचारु रुप से ऑफीस आदि जाकर अपने कार्यों को आरंभ करें? इस प्रशन के उत्तर में अधिकतर लोगों का मानना है कि इस महामारी काल में स्वयं को जितना बचा सके, उतना अच्छा होगा, इसके लिए आधे से अधिक मतदाताओं का मानना है कि घर से काम करना अधिक सुरक्षित होगा, इसके बजाएं कार्यालयों में जाकर अपना-अपना कार्य करना, जानकारों का भी यहीं मानना है कि जिस प्रकार कैनेडा ने अपने पुन: विकास की दौड़ पकड़ी हैं, उसी प्रकार से पोल में शामिल अधिकतर लोगों का मानना है कि यदि इस बार भी हम उचित प्रकार से प्रबंधों का पालन करें तो अवश्य ही इस आपदा काल में भी हम प्रसन्न रह सकते हैं। ऑनलाईन सर्वे में लोगो का यहीं मानना है कि वर्चुअल रुप से कार्यों को पूर्ण करने से स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ साथ डिजीटल प्रबंधों को भी आगे बढ़ाया जा सकेगा। लोगों का यह भी कहना है कि इस बार प्रधानमंत्री ने अपने राष्ट्रीय संबोधन में देश की वित्तीय अर्थव्यवस्था के स्थिर होने की बात को दोहराया हैं, जिससे लोग अपने कार्यों और रोजगार के प्रति विश्वस्त होकर और अधिक कार्य करेगें। सर्वे में यह भी बताया गया कि इस बार के राष्ट्रीय संबोधन ने एक बार फिर से लिबरलस की ख्याति में बढ़ोत्तरी की हैं जहां लोगों की पसंद लिबरलस के प्रति 40 प्रतिशत बढ़ी हैं वहीं कंसरवेटिवस के प्रति यह घटकर 30 प्रतिशत पर रह गई हैं, वहीं एनडीपी की प्रतिशतता 17 प्रतिशत और ग्रीन का महत्व लोगों की नजर में केवल पांच प्रतिशत माना जा रहा हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कोविड-19 महामारी काल में लोगों के मूड को पहचानने में ट्रुडो ने समझदारी दिखाई और जिसके परिणाम से आज जनता उनके साथ हैं।

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