केंद्र अपने सीक लीव कार्यक्रम में करें बदलाव : मॉन्टी मकनाघटन
ओंटेरियो। ओंटेरियो के श्रम मंत्री मॉन्टी मकनाघटन ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि जल्द ही अपने सीक लीव कार्यक्रम में परिवर्तन करें, इस बारे में उन्होनें केंद्र सरकार को एक ओपन लेटर लिखकर इस बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि केंद्र को यह लगता है कि उनके इस कार्यक्रम में कोई भी त्रुटि नहीं और उनके द्वारा जारी राशि जिसमें प्रति सप्ताह 500 डॉलर लाभार्थी को दिए जाते हैं एक पर्याप्त राशि हैं, परंतु आज की महंगाई में यह राशि बहुत कम हैं, सरकार ने यह प्रावधान लाभार्थियों को उनके कठिन समय में राहत देने के लिए उपलब्ध करवाया हैं न कि उन्हें और अधिक कष्ट देने के लिए इसलिए इस राशि की मात्रा में अवश्य विचार किया जाएं। उन्होंने इस बात पर भी बोलते हुए कहा कि वर्तमान में देश के लगभग 50 प्रतिशत कर्मचारी अपना रोजगार खो चुके हैं, इस स्थिति में उन्हें पहले बुखार चढ़ने पर ही टेस्ट रिपोर्ट आने तक घर पर रहने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, जब तक कि उनकी रिपोर्ट में कोविड-19 की पुष्टि नहीं हो जाती, क्योंकि एक तो वह घर पर रहकर कोविड-19 के भय से मानसिक बीमार हो जाएंगा और इसके अलावा उसके कार्य की हानि होगी वह अलग। इसलिए इन परिवर्तनों पर अवश्य ध्यान दिया जाएं। मॉन्टी ने केंद्र सरकार की उस बात की प्रशंसा की जिसमें विशेष सत्र बुलाकर इसमें विदेश यात्रा के अंतर्गत संशोधन किया गया और लाभार्थियों को पूर्ण क्वरंटीन करने पर वित्तीय लाभ देने का प्रावधान पारित किया। सूत्रों की माने तो पिछले कई दिनों से ओंटेरियो की फोर्ड सरकार पर सीक लीव कार्यक्रम आरंभ करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जिसके लिए न केवल नगर निगम व विपक्ष भी पुरजोर प्रयास कर रहा है कि महामारी काल में सरकार इस प्रकार की कोई घोषणा जल्द ही कर दें, जिससे सभी को इसका उचित लाभ मिल सके। प्रीमियर डाग फोर्ड ने पिछले दिनों अपने संबोधन में यह स्पष्ट कर दिया था कि फिलहाल राज्य में किसी भी प्रकार के सीक लीव कार्यक्रम की कोई आवश्यकता नहीं जिसके पश्चात कर्मचारी संगठनों और विपक्ष ने अपनी मांग भी तेज कर दी हैं।
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