अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो से की बात
वाशिंगटन। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सोमवार को कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो से बात की और आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदार के रूप में कैनेडा को अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी बताया। हैरिस ने उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार किसी दूसरे देश के नेता से फोन पर बात की। व्हाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ”उपराष्ट्रपति ने कैनेडा को अमेरिका का एक महत्वपूर्ण आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदार बताया।
उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन के समाधान तथा दोनों देशों में रोजगार सृजन के लिए आर्थिक भागीदारी में विस्तार समेत कई मुद्दों पर कैनेडा के साथ काम करने की इच्छा जतायी।ÓÓ हैरिस ने चीन द्वारा अनुचित तौर पर हिरासत में लिए गए कैनेडा के दो नागरिकों के मुद्दे पर भी कैनेडा से एकजुटता प्रकट की और स्पष्ट किया कि अमेरिका उनकी रिहाई के लिए हर मुमकिन प्रयास करेगा। बातचीत के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति और कैनेडा के प्रधानमंत्री करीबी संपर्क में रहने और द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार के लिए सभी तरह के कदम उठाने पर सहमत हुए।
पीएम ट्रुडो ने यह भी कहा कि पिछले चार वर्षों से अमेरिका के साथ अनेक प्रकार की व्यापारिक उलझनों के कारण कैनेडियन अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा हैं, विशेष रुप से ट्रम्प द्वारा एल्यूमिनीयम आदि के मूल्यों में बढ़ोत्तरी की घोषणा से कैनेडियन निर्माण उद्योग बहुत अधिक प्रभावित हुआ, इसके अलावा कैनेडा के डेरी उत्पाद पर भी अवांछित प्रभाव पड़ा, जिसे सुधारने के लिए बाइडन को आवश्यक कदम उठाने होगें जिससे वित्तीय संकट को टाला जा सके, उन्होनें यह भी माना कि अमेरिका-मैक्सिको-कैनेडा एग्रीमेंट पर सहमति बनना ही गत वर्षों की एक बड़ी उपलब्धि हैं, यदि इस डील पर कोई कार्य नहीं होता तो अब तक कैनेडा-अमेरिका के कई व्यापारिक रिश्ते टूट जाते या टूटने की कगार पर होते।
वहीं कैनेडियन सहयोग के लिए पिछले दिनों बाइडन ने अमेरिकी कीस्टॉन एक्सएल पाईपलाईन विस्तार योजना को समाप्त करते हुए कैनेडियन पाईपलाईन को ही मदद देने की बात को स्वीकार किया हैं। ज्ञात हो कि पिछले दिनों नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए कई ऐसी परियोजनाओं को बंद करने की घोषणा की, जिसमें व्यक्तिगत रुप से अधिक लाभ हो रहा था, वहीं दीर्घ कालीन लाभ की संभावनाएं कम थी। वहीं दूसरी ओर कैनेडियन प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो का कहना है कि जो बाइडन द्वारा अमेरिकन तेल परियोजना कीस्टॉन एक्सएल को फिलहाल बंद करने की पुष्टि कर दी गई हैं, जिसके पश्चात मूल निवासियों के लिए कैनेडा की ट्रान्स माउन्टेन पाईपलाईन परियोजना एक मील का पत्थर साबित होगी, जिसके प्रारंभ होने के पश्चात न केवल रोजगार के साधन विकसित होंगे, बल्कि बहुत बड़ी मात्रा में देश में होने वाले ईंधन की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा, उत्तरी अमेरिका के अन्य देशों को भी इससे राहत मिलने की संभावना जताई जा रही हैं।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी माना कि इस समय अमेरिकी कीस्टॉन एक्सएल पाईपलाईन योजना के स्थान पर कैनेडियन ट्रान्स माउन्टेन पाईपलाइन योजना अधिक कारगर हैं जो कैनेडा के सहयोग के साथ आरंभ की जाएगी और इससे लगभग 830,000 बीपीडी अमेरिकी रिफाईनरी को आपूर्ति की जाएंगी। कैनेडियन प्रधानमंत्री ने भी इस घोषणा को देश के लिए हितकारी माना हैं और कहा कि आगामी समय में दोनों देशों के आपसी कार्यों से प्रगाढ़ता और अधिक बढ़ेगी।
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