टोरंटो पीयरसन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों ने क्वरंटीन आदेशों की उड़ाई धज्जियां

टोरंटो : स्थानीय पुलिस से प्राप्त सूचना के आधार पर बुधवार को पीयरसन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कुछ यात्रियों ने सरकार के तीन-दिवसीय होटल क्वरंटीन आदेशों को नहीं मानते हुए नियमों का उल्लंघन किया। इस बारे में पुलिस ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यात्रियों द्वारा इस प्रकार से नियमों को तोड़े जाने पर उनसे खुलकर बातचीत की गई जिसमें कुछ यात्री मामले की गंभीरता को समझते हुए इस आदेश को मानने के लिए तैयार हो गए जबकि कुछ यात्रियों से नियमों की अवहेलना के लिए 880 डॉलर का जुर्माना भी वसूला गया। पुलिस ने इन यात्रियों के माध्यम से एक सार्वजनिक सूचना जारी करते हुए कहा कि सरकार के इस आदेश की कोई भी अवहेलना नहीं कर सकता, फिलहाल आदेश जारी रखने तक इसे तोड़ने वाले पर अपराधिक कार्यवाही भी हो सकती हैं, इसलिए सभी प्रवासियों और विदेशी नागरिकों से इसे पूर्ण रुप से मानने के लिए बार-बार अपील जारी की जा रही हैं, जिससे वे किसी भी परेशानी में न पड़े।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने स्वयं तीन दिनों के लिए सभी विदेश यात्रियों के लिए होटल निवास की अनिवार्यता अपने खर्चें पर अनिवार्य कर दी हैं, सीमा पार से आने वाले सभी यात्रियों और स्वदेशियों को देश में निवास से पूर्व टेस्ट रिपोर्ट की प्रतीक्षा करनी होगी जिसके लिए केंद्र सरकार ने अपने नए प्रतिबंधों में इस सूचना को जारी किया हैं। नई नियमों के अंतर्गत सभी यात्रियों को अपने 14 दिनों के पृथकवास का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा और इसके अलावा कोविड-19 की ताजा रिपोर्ट के लिए एयरपोर्ट पर अपने खर्चे पर नया टेस्ट भी करवाना होगा। इसके साथ-साथ सभी यात्रियों को विदेश यात्रा के पश्चात होटल की देख-रेख में कम से कम तीन दिन तक निवास करना होगा, जिसका भुगतान भी उन्हें स्वयं करना होगा जिसकी लागत लगभग 2,000 डॉलर तक हो सकती हैं।

लोक स्वास्थ्य एजेंसी और मेयर पैट्रीक ब्राउन ने नियमों के उल्लंघन पर जताई चिंता :
लोक स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि इस पूरे मामले को कड़ाई से लेते हुए इसकी संपूर्ण जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं वहीं दूसरी ओर मेयर पैट्रीक ब्राउन ने इन यात्रियों द्वारा नियमों के उल्लंघन को निजी स्वार्थ बताते हुए कहा कि कुछ लोग केवल अपने बारे में सोच रहे हैं देश या राज्य के बारे में नहीं कि उनकी एक गलत हरकत पूरे देश में हजारों जिंदगियों को संकट में डाल सकती है।

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