जे एंड जे वैक्सीन के उत्पादन में पैदा हो रहा हैं संकट : ट्रुडो

औटवा। प्रधानमंत्री ने अपनी आगामी चिंता जाहिर करते हुए माना कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के उत्पादन में संकट उत्पन्न हो रहे हैं जिसके कारण केंद्र सरकार जल्द ही इस कंपनी को मिलने वाली सब्सिडी को भी बंद कर सकती हैं, सूत्रों के अनुसार इस कंपनी में अभी तक किसी भी प्रकार से वैक्सीन निर्माण के चरणों को आरंभ नहीं किया हैं जबकि संबंधित अधिकारियों ने दावा किया था कि जल्द ही कंपनी द्वारा स्वदेशी वैक्सीन के उत्पाद का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा और इसे सार्वजनिक भी किया जा सकता हैं। प्रधानमंत्री ने मीडिया को दिए अपने बयान में यह भी माना कि जैनसेन फार्माक्यूटीकलस नामक इस कंपनी ने सुनिश्चित समय में एक डोज के निर्माण की पुष्टि की थी, परंतु अभी तक इसके कोई भी प्रमाण प्रस्तुत नहीं किये जाने से यह माना जा रहा हैं कि जे एंड जे वैक्सीन की जल्द आने की संभावना बहुत कम हैं और इसके लिए कैनेडा और अधिक इंतजार नहीं कर सकता।
वहीं दूसरी ओर देश में लोगों को अमेरिका व भारत से मंगवाई डोजस दी जा रही हैं और आंकड़ों के अनुसार गत 67 दिनों में एक मिलीयन लोगों को पहले चरण के डोजस देने का कार्य पूरा भी कर लिया गया हैं। इसके अलावा सरकारी आंकड़ों में यह भी माना जा रहा है कि आगामी दिनों में डोजस प्राप्त करने वालों की संख्या दो मिलीयन के पार हो सकती हैं। यद्यपि देश में कोविड-19 के नए वैरिएंटस के भी कई मामले सामने आ रहे हैं परंतु लोगों की सतर्कता और धैर्य से इसे नियंत्रण करने में श्रेष्ठ भूमिका भी निभाई जा रही हैं। देश के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. थैरेसा टेम ने अपने बयान में माना कि देश में कोविड-19 के कई प्रकार देखने को मिले हैं और यह भी पुष्टि कर दी गई हैं कि ये मामले विदेशों से नहीं आएं हैं बल्कि अपने ही देश में इस संक्रमण ने अपने पैर पसारे हैं। पिछले एक माह के अंदर देश के कई राज्या में नए वैरिएंटस के मामलों में तेजी ंिचंता का कारण बन रही हैं जहां शासकेटचवान में यह संख्या 35 हुई, वहीं अल्बर्टा में यह संख्या 28 तक पहुंच गई, सूत्रों की माने तो इस समय देश में कुल 687 मामले सामने आ चुके हैं।
जानकारों की मानें तो जॉनसन एंड जॉनसन की यह वैक्सीन आगामी अप्रैल से सितम्बर के मध्य बाजारों में आ जाएंगी जिससे करोड़ों को इस महामारी से बचाया जा सकता हैं, परंतु इस टिप्पणी पर शंका जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई हैं कि यह वैक्सीन लोगों के स्वास्थ्य पर कारगर होगी या नहीं इसलिए कंपनी के दावों को सटीक नहीं मानते हुए इसके उत्पादन को रोकने की घोषणा की जा सकती हैं, परंतु यदि कंपनी ने इस बारे में जल्द ही कोई वादा पूरा नहीं किया तो केंद्र सरकार कंपनी को मिलने वाली सब्सिडी भी खत्म करने की घोषणा कर सकती हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से हुई टेलीफोनिक चर्चा के पश्चात वे पूर्ण रुप से आश्वस्त हैं कि फिलहाल देश में वैक्सीनेशन को लेकर कोइ्र समस्या नहीं उत्पन्न हो सकती , इसलिए किसी भी नए उत्पाद पर फैसला पूर्णत: जांच और मानवीय विकारों की पड़ताल के पश्चात ही नियमित किया जाएगा इसके लिए कोई भी खतरा नहीं उठाया जा सकता।

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