उप राष्ट्रपति ने देश को समृद्ध, शक्तिशाली बनाने का आह्वान किया
नयी दिल्ली। देश काे आर्थिक रूप से समृद्ध और शक्तिशाली बनाने का आह्वान करते हुए उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा हैे कि गरीबी, अशिक्षा, भ्रष्टाचार, सामाजिक एवं लैंगिक भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों से निजात दिलाने का प्रयास किया जाना चाहिए जो महान स्वाधीनता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्री नायडू ने शुक्रवार को डांडी यात्रा की 91 वीं वर्षगांठ पर सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर एक लेख में कहा कि 12 मार्च 1930 का दिन भारत के स्वाधीनता आंदोलन में मील का पत्थर है, जब आंदोलन ने नई करवट ली। इसी दिन गांधी जी ने अपनी ऐतिहासिक डांडी यात्रा के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि 91 वर्ष बाद आज जब देश अपने नागरिकों की चहुंमुखी तरक्की के लिए विश्वास के साथ कदम बढ़ा रहा है और अपनी आज़ादी के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज़ादी के 75 वर्ष का उत्सव मनाने के लिए, 75 सप्ताह तक चलने वाले ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ का शुभारंभ किया। यह महोत्सव आज साबरमती से डांडी की 25 दिवसीय यात्रा के साथ शुरू हुआ, बापू के नमक आंदोलन का ही अनुसरण करते हुए,यह यात्रा भी पांच अप्रैल को ही समाप्त होगी। लंबे और कठिन आंदोलन के बाद मिली भारत की आज़ादी का उत्सव ऐसे ही मनाया जाना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि आज़ादी के बाद से अब तक की देश की यात्रा को याद करने का यह अनूठा ही तरीका होगा। अपने डांडी मार्च से गांधी जी ने देश भर को आंदोलित कर दिया था, उन्होंने प्रतीक के रूप में नमक का प्रयोग कर देश को एक गहरा संदेश दिया था, जिससे हर आम आदमी उनसे सहज ही जुड़ गया। अहिंसा में अपने अडिग विश्वास और अपने फौलादी संकल्प के साथ गांधी जी वह मांग रहे थे जो सही मायनों में हमारा ही अधिकार था, उन्होंने अंग्रेज़ों और दुनिया को दिखा दिया कि भारत बल और दमन के आगे झुकेगा नहीं। डांडी मार्च ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि हमारे इरादे और हमारे कर्म शुद्ध हैं और उनमें परस्पर समन्वय है तो हम हर नियत लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
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