वैक्सीन कैम्पेन के लिए लिबरलस ने फॉरटिन के स्थान पर नियुक्त किया नए सैन्य अधिकारी को
औटवा। लिबरल सरकार का संकट समाप्त होने के स्थान पर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा हैं, सरकार ने पिछले दिनों गहरे विवादों के कारण पूर्व नियुक्त मेजर जनरल डेनी फॉरटिन को कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रचार योजना से हटाते हुए ब्रिगेडियर जनरल क्रिस्टा ब्रोडी को नियुक्त किया हैं, सरकार का मानना है कि आने वाले समय में देश में प्रचार अभियान को तेज करना होगा तभी डोजस की सही प्रकार से प्रयोग को अंजाम दिया जा सकेगा। लोक स्वास्थ्य एजेंसी का भी मानना है कि लोगों के सामने एक ऐसा उदाहरण रखना होगा जिसके कथनों पर सभी कैनेडियनस विश्वास कर सके। सरकार का मानना है कि इस प्रकार से प्रचार अभियान से फॉरटिन को हटाने का कोई भी नुकसान नहीं होगा और न ही प्रचार अभियान मध्य में ही रोका जाएंगा। ब्रिगेडियर जनरल क्रिस्टा को उनकी नियुक्ति के अंतिम क्षणों तक नहीं बताया गया, ज्ञात हो कि 30 वर्षीय इस महिला सैन्य अधिकारी ने अपनी नियुक्ति होने तक फॉरटिन के साथ सहयोगी के रुप में कार्य किया। गौरतलब है कि सरकार ने अपने वैक्सीनेशन प्रचार अभियान में फॉरटिन की नियुक्ति गत वर्ष नवम्बर में की थी, जिसके पश्चात से विवादों के घेरे में फंसती लिबरल सरकार ने एक बार फिर से अपना फैसला बदला। बताया जा रहा है कि विवादों के दबाव के कारण लिबरलस ने यह फैसला लिया और अपने द्वारा नियुक्त अधिकारी को ही बदलकर नई महिला अधिकारी की नियुक्ति की जिससे कोई भी नया विवाद जन्म ही न लें। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार पहले ही विपक्ष द्वारा वेन्स को लेकर केंद्र सरकार पर बहुत अधिक दबाव बनाया जा रहा था और अब फॉरटिन पर भी उसी प्रकार के यौनाचार के आरोपों और फॉरटिन द्वारा खुद सरकार विरोधी बयानों से तंग आकर सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया। इस परिवर्तन पर भी विपक्ष द्वारा विस्तृत जांच की मांग उठाई जा रही हैं, कंसरवेटिव प्रमुख ईरीन ओटूले का मानना है कि सरकार की यदि सभी नियुक्तियों की पारदर्शी जांच की जाएं तो अवश्य ही सभी अधिकारी यौन उत्पीड़न के वास्तविक दोषी पाएं जाएंगे और उनकी नियुक्ति को लेकर लापरवाही बरतने पर प्रधानमंत्री ट्रुडो पर भी सख्त कार्यवाही होने की पुष्टि की जाएंगी।
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