चीनी पत्रकारों को लेना होगा मार्क्सवादी विचारधारा का प्रशिक्षण

बीजिंग, चीन ने सरकारी मीडिया में कार्यरत करीब तीन लाख मीडियाकर्मियों को मार्क्सवादी विचारधारा वाले प्रशिक्षण में शामिल होने का आदेश जारी किया है। प्रेस पर कड़े नियंत्रण के बावजूद इंटरनेट मीडिया के बढ़ते प्रभाव पर लगाम लगाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक अधिकारी के हवाले से कहा, गत जून से अगले साल जनवरी तक मीडिया इंडस्ट्री में कार्यरत तीन लाख कर्मचारी मार्क्सवादी मूल्यों के साथ पत्रकारिता पर प्रशिक्षण ग्रहण करेंगे। अधिकारी ने कहा चीन में आधुनिक मीडिया क्षेत्र पहले कहीं यादा जटिल हो गया है। मीडियाकर्मियों को अधिक जिम्मेदार बनाने की जरूरत है। गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के चलते कई पत्रकारों ने नियमों को तोड़ा है। इसके चलते कुछ पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने प्रशासनिक अनियमितताओं को माइक्रोब्लॉग पर उजागर किया। हालांकि अधिकारियों ने इसे महज अफवाह बताया।
अखबार ने कहा महत्वपूर्ण सवाल यह है कि आधुनिक मीडियाकर्मियों के लिए यह प्रशिक्षण उपयोगी होगा या नहीं? कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के मीडिया मैनेजर्स का कहना है इंटरनेट ने चीनी मीडिया का परिदृश्य बदल दिया है। देश के 30 करोड़ से अधिक लोग माइक्रोब्लॉगिंग साइट्स से जुड़े हैं, जो दुनिया में सबसे यादा है। मीडिया में युवा कर्मियों की संख्या यादा है और उनकी विचारधारा पूरी तरह बदली हुई है। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके चाइना सेंट्रल टेलीविजन के पत्रकार ली फेई ने कहा कि उनका मानना है कि यह प्रशिक्षण उपयोगी हो सकता है, लेकिन इसमें पत्रकारिता के सिद्धांत या अभ्यास के बारे में बहुत कम जबकि मार्क्सवादी विचारधारा के बारे में अधिक बताया गया है। साथ ही सवाल उठाया कि आधुनिक पत्रकारिता के साथ यह प्रशिक्षण कितना प्रासंगिक है? उन्होंने कहा, कुछ चीजों को छोड़ दिया जाए तो यह हमें सकारात्मक चीजों को व्यक्त करने की याद दिलाता है। गत जून में करीब 400 पत्रकारों और संपादकों के साथ उन्होंने प्रशिक्षण लिया था। यह प्रशिक्षण मार्क्सवाद पर विशेषज्ञ प्रोफेसर द्वारा प्रदान किया जा रहा है।

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