कोविड-19 पर दिए बयान के लिए मांगी सार्वजनिक माफी

- डॉ. डीना हिंशाह ने माना कि यह बयान कोविड पर उनकी 'दुविधा, डर या गुस्साÓ क्या था यह उन्हें स्वयं नहीं समझ आया

कालग्रे — अल्बर्टा के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीना हिंशाह के पिछले दिनों कोविड-19 पर दिए गए बयान के कारण विवाद बढ़ने पर उन्होंने सार्वजनिक माफी मांगते हुए कहा कि उनका उद्देश्य लोगों को डराना नहीं था, उन्हें बयान के पश्चात भी यह समझ नहीं आया कि यह उनकी ‘दुविधा, डर या गुस्साÓ है, पता नहीं। स्थानीय समाचार पत्र को दिए बयान में उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी प्रकार से लोगों के मन में कोविड-19 के प्रति भय उत्पन्न करना नहीं  था। ज्ञात हो कि कोविड-19 के कारण उन्होंने यह माना था कि अब पूरा जीवन ही इस बीमारी के साथ जीना होगा, वैक्सीनेशन के पश्चात भी इसके पूर्णत: समाप्त होने की कोई गांरटी नहीं और संक्रमण से बचने के लिए भी कोई भी नया फार्मूला नहीं मिल पा रहा हैं । जिससे डर दिन प्रतिदिन प्रसार होता जा रहा हैं, वहीं अल्बर्टा की 66 प्रतिशत जनसंख्या पूर्णत: वैक्सीनेट्ड होने के पश्चात भी राज्य में कभी भी केस बढ़ने की संभावना हैं और इसलिए अभी तक लोगों से सावधानी अपनाने की अपील की जा रही है। गत दिनों उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी माना कि कुछ महीनों के अंतराल के पश्चात भी केवल छ: प्रतिशत लोगों ने ही अपनी राय बदली, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पूर्ण वैक्सीनेशन के पश्चात भी लोगों के मन में डेल्टा वैरिएंट के प्रति बहुत अधिक भ्रांतियां हैं जो अभी तक दूर नहीं हो पाई हैं। ज्ञात हो कि डॉ. डीना ने आगामी दिनों में बच्चों के लिए खतरा अधिक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस समय सभी की सतर्कता की आवश्यकता अधिक हैं।

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