अफगान में महिला अधिकारों की रक्षा के लिए अपना वादा पूरा करें कैनेडियन सांसद : सीनेटर
औटवा। एक वीडियो कॉन्फ्रेन्सींग के माध्यम से कैनेडियन और अफगानी नेताओं के साथ वार्ता करते हुए कैनेडियन सीनेटरों ने माना कि अब समय आ गया है कि कैनेडियन सांसद अपने वादे को पूरा करते हुए अफगानिस्तान की राजनीति में हस्तक्षेप करें, ज्ञात हो कि आज से दो माह पूर्व काबुल में तालीबान ने अपना कब्जा घोषित कर दिया था, जिसके कुछ समय पश्चात ही उन्होंने अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने की भी घोषणा कर दी और उसके पश्चात अफगानिस्तान में महिलाओं को मिलने वाली सभी अधिकारों को धीरे-धीरे प्रतिबंधित कर दिया गया और अफगानिस्तान में एक बार फिर से महिला अधिकारों के प्रति उदासीन रवैया अपनाते हुए उन पर भारी अत्याचार और उनके अधिकारों का हनन आरंभ हो गया है।
सीनेटर का कहना है कि इस विषय पर जून में कुछ कैनेडियन सांसदों ने माना था कि यदि अफगानिस्तान पर तालिबानियों का कब्जा होता हैं तो वे अवश्य इस बात को दुनिया के समक्ष रखेंगें और संयुक्त राष्ट्र से मदद लेते हुए इस स्थिति को पैदा ही नहीं होने देंगे। परंतु कुछ हुआ नहीं और एक बार फिर से अफगानिस्तान में महिलाओं पर क्रूरता आरंभ कर दी गई है, जिसे रोकने के लिए सीनेटरों ने कैनेडियन राजनेताओं से अपना वादा निभाने की अपील की हैं और कहा कि अब समय आ गया हैं कि कैनेडियन सांसद अपना हस्तक्षेप करें जिससे महिलाओं के अधिकारों का यह हनन रुक सके।
जानकारों के अनुसार अफगानिस्तान में महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार और उनकी हत्याएं आम बात हो गई हैं, अभद्रता की हद तो अब इतनी हो गई हैं कि संसदीय मैत्रीय संस्था के उपाध्यक्ष सेन. सलमा अतुलाहजान ने कहा कि उन महिलाओं की हत्या कर दी जाएं जिन्होंने इस्लाम धर्म नहीं अपना रखा और इसके अलावा एक स्थानीय धार्मिक नेता ने जनसंख्या विभाग को यह आदेश दिया है कि देश में जितनी भी 15 वर्ष से अधिक आयु की लड़कियां हैं और 45 वर्ष से कम की विधवा महिलाएं हैं उनकी एक सूची बनाई जाएं जिनकी शादियां तालिबानी नेताओं से करवा दी जाएं।
अफगानिस्तान में इसी मुद्दे को लेकर एक बैठक का भी आयोजन किया जा रहा हैं जिसमें इस फैसले पर अधिकारिक मोहर लगाई जाएंगी। ज्ञात हो कि इस कब्जे के पश्चात गत 30 अगस्त को अमेरिका ने भी अपने सैनिकों को वहां से वापस बुलवा लिया हैं जिससे तालिबानियों के हौसले और अधिक बढ़ गए हैं, परंतु सीनेटर ने कैनेडियन नेताओं से एक बार फिर से अपील करते हुए कहा कि अपने जून में किए वादें को निभाएं और महिला संबंधी इन अत्याचारों को कम करने के लिए वैश्विक स्तर पर कार्य करें जिससे इनकी वास्तविक मदद हो सके।
सूत्रां के अनुसार कैनेडियन सैनिकों ने अगस्त के अंत तक अफगानिस्तान से लगभग 3700 लोगों को सुरक्षित वहां से बाहर निकालने में मदद की हौं और आज वे लोग दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहकर एक सुरक्षित जीवन बीता रहे हैं। गौरतलब है कि लिबरल सरकार ने अपने पूर्व वादे में अफगानिस्तान से 40,000 अफगानी शरणार्थियों को कैनेडा में निवास का वादा किया था और अफगानी शरणार्थी संस्था का कहना है कि कैनेडियन संसद इस विषय पर जल्द ही अपना फैसला सार्वजनिक करें, जिससे वे भी अपनी आगामी योजनाओं को कार्यन्वित कर सके।
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