ओंटेरियो। ओंटेरियो सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि एक बार फिर से राज्य के अस्पतालों में कोविड के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी सरकार की प्रमुख चिंता का कारण बन गई हैं। न्यू मॉडलींग की ताजा रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि वर्तमान कुछ दिनों में राज्य में तेजी से कोविड के मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। परंतु अभी तक इसके मूल कारणां का पता नहीं चल पाया हैं, इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ने यह भी माना कि इन केसों का संबंध ओमीक्रोन से नहीं हैं, वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि आगामी फेस्टीवल सीजन के पश्चात जनवरी में राज्य के आईसीयू में 250 से 400 के मध्य मरीजों की भर्ती हो सकती हैं, लेकिन उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की हैं ये मरीज सामान्य कोविड-19 से ही संक्रमित होंगे अपितु इनमें ओमीक्रोन संक्रमण के कोई लक्षण नहीं होंगे।
जानकारों के अनुसार भी इस समय राज्य के अधिकतर अस्पताल अनिवार्य वैक्सीनेशन नीति के अंतर्गत गंभीर स्टाफ की कमी झेल रहे हैं, इस मध्य अस्पताल में कोविड के मरीजों की संख्या का बढ़ना और अधिक परेशानियों को बढ़ा सकता हैं। सरकारी दांवे के अनुसार जल्द ही 5 से 11 वर्ष के बच्चों को भी कोविड-19 की पहली खुराक देने की योजना बनाई जा रही हैं और दिसम्बर माह के अंत में इस योजना को आरंभ करने की घोषणा भी की जा सकती हैं। 2022 के आरंभ में देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,750 तक होने की संभावना जताई जा रही हैं।
सरकार दिन-प्रतिदिन बढ़ा रही हैं अस्तालों में श्रम शक्ति को :
पिछले वर्ष की आपात स्थिति के पश्चात ओंटेरियो सरकार ने इस बात के भी पुख्ता प्रबंध किए हैं जिससे दिन-प्रतिदिन अस्पतालों में श्रम शक्ति को बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई गई। सरकार के अथक प्रयासों से केवल एक माह के भीतर ही अर्थात् गत 7 नवम्बर से अब तक अस्पतालों में 478 कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 975 तक हो गई हैं, जिससे ये कर्मचारी किसी भी आपात स्थिति को संभालने के लिए पूर्ण रुप से सक्षम हो। ओंटेरियो सरकार ने गत सितम्बर में ही इस बात को माना था कि अस्पतालों में कम होती श्रम शक्ति किसी भी आपात स्थिति को जन्म दे सकती हैं।
ज्ञात हो कि ओंटेरियो के साईंस टेबल द्वारा जारी अपनी रिपोर्ट में बताया गया कि महामारी काल में भी सरकार की क्षमताओं में कमी के कारण इस समय स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। ज्ञात हो कि इस समय अस्पतालों में सर्जिकल उपचार नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा मरीजों को आईसीयू में भी उचित प्रकार से स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पा रही, उन्होंने यह भी माना कि तीसरी लहर में यहीं समस्या देखने को मिली और अधिकतर मरीजों ने अस्पतालों में कुप्रबंधन को दोषी बताया। परंतु अब जल्द ही सरकार ऐसे प्रबंधों पर अपनी तैयारी करते हुए मान रही हैं कि इससे जल्द ही सभी को राहत दी जाएंगी और मरीजों को नई तैयारियां के साथ उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी।
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