टोरंटो। देश के अधिकतर कई फर्स्ट नेशन प्रांतों में भी इस समय ओमीक्रोन के बढ़ते मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। मनीटोबा चीफस की सभा में ग्रैन्ड चीफ आरलन डुमास ने अपने संबोधन में माना कि देश के कई प्रांतों में आदिवासियों के मध्य भी तेजी से ओमीक्रोन बढ़ता जा रहा हैं, जहां होलीडे सीजन से पूर्व केवल 1000 मामले ही सामने आएं थे, वहां अब यह आकंड़े लगभग दोगुने हो गए है।
ओमीक्रोन प्रसार के कारण इन क्षेत्रों में लोगों के मध्य एक बार फिर से श्रम संबंधी चुनौतियां उत्पन्न होने का खतरा मंडरा रहा हैं। प्रमुख ने संबंधित सरकारों से इस बारें में पूर्व से ही प्रबंध करने के लिए प्रयास का आग्रह करते हुए कहा कि सुरक्षा के साथ साथ वित्तीय सहायता पर भी अवश्य ध्यान दिया जाएं, जिससे श्रम चुनौतियों के कारण सामान्य आदिवासियों को कोई समस्या नहीं हो सके और वह सुनिश्चित होकर अपना जीवन निर्वाह कर सके। डुमास ने यह भी माना कि देश के 40 आदिवासी समुदायों को छोड़कर अन्य समुदाय इस संक्रमण से अधिक सुरक्षित हैं क्योंकि इन समुदाय के लोग श्रम क्षेत्रों में अधिक नहीं हैं ये लोग स्वास्थ्य, पुलिस और अन्य संबंधित सार्वजनिक क्षेत्रों से दूर होने के कारण इनमें संक्रमण के प्रसार की दर कम हैं, परंतु प्रभावित समुदायों की सुरक्षा के लिए अभी से ठोस प्रबंध करना आवश्यक हो गया है।
उन्होंने यह भी माना कि लेबर क्लास के मजदूरों आदि की सुरक्षा भी अति महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यदि यह वर्ग अधिक उपेक्षित रहने के कारण संक्रमित रहा तो इनके संबंधित कार्य करने वाले अधिक परेशान होंगे और कार्य भी सुचारु नहीं हो सकेगा। इस समय देश में एक नया प्रकोप ओमीक्रोन भी अपने पैर पसार रहा हैं और इससे बचने के लिए सावधानी अत्यंत आवश्यक हैं और इसके लिए वास्तविक जानकारी के आधार पर ही इसका प्रबंध किया जा सकेगा और अन्य लोगों को भी जागरुक किया जा सकेगा। गौरतलब है कि ओंटेरियो कोविड-19 साईंस टेबल के प्रमुख डॉ. एडलस्टेएन ब्राउन का कहना है कि गत गुरुवार को जारी ताजा रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने माना कि अगले दो से तीन हफ्तो के दौरान ओमीक्रोन की स्पष्ट स्थिति सामने आ जाएंगी जिसके पश्चात नियंत्रण की रुपरेखा तैयार की जाएंगी।
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