पाकिस्तानी अदालत ने मुंबई हमले की सुनवाई तीन हफ्ते टाली
इस्लामाबाद-लाहौर , पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने गुरुवार को मुंबई हमला मामले की सुनवाई तीन हफ्तों के लिए स्थगित कर दी क्योंकि अभियोजन पक्ष ने कहा कि भारत ने पाकिस्तानी न्यायिक आयोग द्वारा प्रमुख गवाहों से की गई जिरह पर रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
अभियोजन पक्ष के अधिकारियों ने इस्लामाबाद में आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश अतीकुर रहमान से कहा कि पाकिस्तानी न्यायिक आयोग की भारत के दौरे संबंधी रिपोर्ट भारत से मिलने के बाद पाकिस्तानी सरकार द्वारा अदालत के सामने पेश की जाएगी।
न्यायाधीश ने कहा कि रिपोर्ट सौंपे जाने तक गवाहों को सम्मन नहीं किया जा सकता। इसके बाद न्यायाधीश ने यह मामला 24 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया। मुंबई का दौरा करने वाले आयोग के सदस्य विशेष लोक अभियोजक चौधरी मोहम्मद अजहर ने कहा कि अभियोजन पक्ष के नजरिये से यह शानदार यात्रा रही।
भारत के सभी अधिकारियों ने हमारे साथ सहयोग किया। उन्होंने कहा कि आपको भारत के अधिकारियों से पता करना चाहिए कि हमने वहां कितनी अछी तरह से दलीलें दी गईं। सुनवाई के बाद, बचाव पक्ष के वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि पाकिस्तानी समिति ने मुंबई में चार गवाहों से जिरह के दौरान कई आपत्तियां जताईं।
उन्होंने दावा किया कि यह आपत्तियां अजमल कसाब के कबूलनामे और मुख्य जांच अधिकारी और मजिस्ट्रेट के बयानों से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि बचाव पक्ष के वकीलों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने जानबूझकर लश्कर ए तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी को मुंबई हमलों से जोड़ा क्योंकि वह कश्मीरी लोगों के समर्थक हैं।
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