पूरे देश के किसानों का कर्ज सरकार बनते ही किया जाएगा माफ : राहुल

Loans of farmers across the country will be waived off as soon as government is formed: Rahul

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज झारखंड में दो चुनावी रैलियां को संबोधित करते हुए लोगों से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को जीत दिलाने का आह्वान किया। श्री गांधी ने गुमला के बसिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर निशाना साधते हुए आदिवासी, बेरोजगारी, अग्निवीर समेत कई मुद्दों पर उसे घेरा‌ । उन्होंने देश में नईस रकार बनते ही सरना धर्म कोड लागू करने, गरीब किसानों का कर्ज माफ करने और गरीब परिवार की महिला के खाते में सालाना एक लाख रुपए यानी साढ़े आठ हजार रुपए महीने देने का वादा किया।

उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनते ही गरीब परिवारों की लिस्ट बनेगी।हर परिवार की महिला के अकाउंट में एक लाख देंगे। हर महीना 8 हजार 500 रुपए अकाउंट में जाएगा।
श्री गांधी ने कहा कि भाजपा आदिवासियों का सम्मान नहीं कर रही है, बल्कि इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों की भाषा-संस्कृति कुचलना चाहती है। वे उसका संरक्षण करना चाहते हैं। जल, जंगल, जमीन आदिवासियों का है और इनका इन पर अधिकार होना चाहिए। सभा को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, कल्पना सोरेन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

इससे पहले श्री गांधी ने चाईबासा में बेरोजगारों के लिए बड़ा ऐलान किया है। इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो सभी बेरोजगार डिग्रीधारियों और डिप्लोमाधारियों को एक साल की अप्रेंटिसशिप दी जाएगी। किसानों का कर्जा माफ होगा और किसानों के लिए कानूनी एमएसपी बनेगा । आंगनबाड़ी सेविकाओं दैनिक भत्ता बढ़ाएंगे।

उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने 22 उद्योगपति बनाये हैं लेकिन हम करोड़ों आदिवासियों और दलितों की लखपति बनाएंगे। उन्होंने भाजपा के साथ साथ मीडिया को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि मीडिया कभी भी आदिवासियों के आवाज नहीं उठाती है।मीडिया के बड़े बड़े एंकर में एक भी आदिवासी चेहरा आपको नहीं दिखाई नहीं देगा।

श्री गांधी के हाथ में एक संविधान की किताब थी और उन्होंने शुरूआत से ही भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा इस संविधान के किताब को फाड़कर फेंकना चाहती है।

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