सिक्किम, दार्जीलिंग और सिलीगुड़ी में भूकंप के झटके

सिलीगुड़ी , पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में दो वर्ष बाद एक बार फिर गुरुवार सुबह 11.43 मिनट पर कई क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गये। भूकंप के झटके सिक्किम समेत उत्तर बंगाल के दार्जीलिंग और सिलीगुड़ी शहर में भी महसूस किए गए। इसको लेकर लोग सहमे हुए है। हालांकि कहीं से किसी प्रकार का नुकसान नहीं है।
मौसम विभाग के सुबीर सरकार ने बताया कि भूकंप का केंद्र बिंदु पूर्व सिक्किम सिंगताम है। इसकी तीव्रता 5.3 मापी गयी है। यह भूतल के दस किलोमीटर अंदर है। नार्थ से यह 27.4 और 88.5 डिग्री ईस्ट में स्थापित था। भूकंप मात्र पांच से सात सेकेंड तक रहा।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं मिल पायी है। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में भूकंप से सिलीगुड़ी, सिक्किम, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी आदि में ज्यादातर लोग डरे हुए है। इसका सबसे बड़ा कारण दो वर्ष पूर्व सिक्किम में आए भूकंप की तबाही है।
गौरतलब है कि 18 सितंबर 2011 भूकंप से मरने वालों की संख्या 70 पहुंच गई थी। तबाही इतना ज्यादा था कि जैसे जैसे मलबे हट रहे थे कि शव निकल रहे थे। इस भूकंप का केंद्र गंगटोक से 64 किलोमीटर दूर भूकंप का केंद्र उत्तरी-पश्चिम सिक्किम में माग्योंग था। उत्तरी सिक्किम के ल्हाचेन, ल्हाचुंग व उससे ऊपर के स्थानों गुरूदोंगमार, युमथांग आदि क्षेत्रों काफी नुकसान हुआ था।
सेना के 14 हेलीकॉप्टर को राहत कार्य में लगाकर ल्हाचुंग और मंगन से लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं देते हुए इससे सतर्क रहने को कहा गया है।
पुलिस ने बताया कि 52 वर्षीय अधिकारी ने 15 सितंबर को अपने मालाबार हिल आवास में खुद को कथित तौर पर आग लगाकर जान देने की कोशिश की थी। खराब स्वास्थ्य के कारण मामले में पुलिस सहाय का बयान नहीं ले पायी, इसलिए उन्होंने यह कदम क्यों उठाया यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।
सहाय, हाल में तब चर्चा में आए थे जब वर्ष 1991 बैच के आईएएस अधिकारी ने, अपने पूर्व प्रमुख दीपक कपूर के कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र राज्य सडक़ परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) में कथित अनियमितता के संबंध में एक जांच रिपोर्ट सौंपी थी।

 

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