नारायण साईं को गिरफ्तारी का डर, बदल रहे हैं सिमकार्ड
नई दिल्ली, दुष्कर्म के आरोपों में फंसे आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं पुलिस से बचने के लिए एक शातिर अपराधी की तरह बार-बार जगह और मोबाइल फोन की सिम बदल रहे हैं। इस वजह से पुलिस कॉल ट्रैकिंग के जरिए नारायण तक नहीं पहुंच पा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सूरत की बहनों द्वारा दुष्कर्म का केस दर्ज कराए जाने के बाद नारायण साईं अब तक 12 दिनों में 17 सिम बदल चुके हैं। पुलिस का कहना है कि नारायण के साथ उनकी पीए समेत 5 लोग हैं। इन लोगों को दो दिन पहले शिवपुरी में देखा गया था। लगातार सिम बदलने के कराण पुलिस को नारायण के ठिकाने तक पहुंचने में काफी दिक्कत हो रही है।
सूरत पुलिस अब यह आशंका जता रही है कि नारायण देश छोडकर भागने में सफल रहे हैं और वह नेपाल के काठमांडू में भी हो सकते हैं। गौरतलब है कि नारायण को पकडने के लिए सूरत पुलिस ने 6 टीमें बनाई हैं, जो जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं।
नारायण साईं के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है, ताकि वह देश छोडकर न भाग सकें। बुधवार को नारायण को पकडने के लिए गुजरात पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में छापेमारी की थी, लेकिन पुलिस की मायूसी ही हाथ लगी।
सूरत पुलिस की मानें तो नारायण साईं 2 दिन पहले मध्य प्रदेश के शिवपुरी में थे। उनके मोबाइल का आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर थी। पुलिस के मुताबिक, नारायण साईं अब तक 17 सिम तोड चुके हैं।
पुलिस ने बताया कि नारायण एक सिम से एक बार बात करते हैं और उसके बाद वह उस सिम को तोड देते हैं। पुलिस के मुताबिक ये सारे सिम मध्य प्रदेश से खरीदे गए थे। पुलिस नारायण के नेपाल भागने की आशंका ज्यादा जता रही है।
नारायण के खास सेवादार मोहित की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को ऐसे सुराग मिले हैं कि नेपाल के एक बैंक से कई बार पैसों का लेन-देन किया गया है। पुलिस को आशंका है कि यह लेन-देन नारायण साईं की मदद के लिए किया गया था। पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि वह हवाला नेटवर्क से भी जुडे हो सकते हैं।
Comments are closed.