कानपुर रैली में ‘शहजादे’ पर मोदी ने किया प्रहार
कानपुर, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने उत्तर देश की जनता से कहा कि वह धर्मनिरपेक्षता के नाम पर विध्वंसक राजनीति खेल रही कांग्रेस, सपा और बसपा की तिगड़ी को सत्ता से उखाड़ फेंके और वोट बैंक की राजनीति को सदा के लिए दफना दे।पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उत्तप्रदेश में पहली चुनावी सभा कर रहे मोदी ने अपने भाषण में हालांकि राम मंदिर मुद्दे का जिक्र नहीं किया। केन्द्र की सत्ता में आने के लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से आधे पर जीत का लक्ष्य तय किया है।
मोदी ने विशाल जनसभा के अपने संबोधन में कहा कि सरकार का केवल एक धर्म होता है और वह है देश पहले, भारत पहले। इसका केवल एक धर्म ग्रंथ होता है, वह है संविधान। उसकी केवल एक भक्ति होती है, वह है देशभक्ति। उन्होंने कहा कि भाजपा की एक ही शक्ति है, वह है देश के सवा करोड़ जनता की शक्ति और एक ही कौशल है, वह है सबको साथ लेकर, सबका विकास।
उन्होंने मोदी-मोदी के श्रोताओं के नारों के बीच कांग्रेस द्वारा उन्हें धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर निशाना बनाए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास चुनाव जीतने का सिर्फ एक मंत्र, एक जड़ी बूटी और एक दवा है और वह है वोट बैंक। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति बहुत हो चुकी। इसमें 60 साल बर्बाद हो चुके हैं। पीढ़ियां खत्म हो गई इसमें। अब वोट बैंक की राजनीति को हमें सदा के लिए दफनाना होगा और विकास की राजनीति पर चलना होगा। इस चुनाव में हम विकास के मुद्दे पर आपका समर्थन चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश की भलाई के हिन्दू अच्छा हिन्दू हो, मुसलमान अच्छा मुसलमान हो, ईसाई अच्छा ईसाई हो, सिख अच्छा सिख हो और बौद्ध अच्छा बौद्ध हो। हम सब मिल कर भारत माता के लिए अच्छा काम करें, यह हमारी सोच है।
केन्द्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दे रही उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा और मुख्य विपक्षी दल बसपा को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा, ये ऐसी तिकड़ी है जिसने गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम को ग्रहण लगा दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अपने पुराने गौरव को पाने के लिए इस ग्रहण से मुक्ति चाहता है।
भाजपा नेता ने कहा कि साथ ही उत्तर प्रदेश की जनता को दिल्ली से इस तिकड़ी को उखाड़ फेंकने की अगुवाई करनी चाहिए। उन्होंने उत्तरप्रदेश की कभी सबसे अग्रणी औद्योगिक नगरी रही कानपुर की खस्ता हालत पर कहा कि दिल्ली में कोयले की राख कानपुर पर छा गई है। कानपुर पर प्रदूषण दिल्ली के कोयले की राख का है।
2014 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उसमें कांग्रेस से देश की जनता पाई-पाई का हिसाब लेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने कुशासन, भ्रष्टाचार, मंहगाई आदि का हिसाब नहीं दे रही है। इसकी बजाय वह यह पूछ रही है कि गुजरात में क्या हुआ, मोदी ने क्या किया। उन्होंने कहा कि अपने बारे में वह 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता को हिसाब दे चुके हैं और गुजरात की जनता ने मुझे डिस्टिंक्शन के साथ पास किया है।
गरीबी और भ्रष्टाचार पर केन्द्र की यूपीए सरकार को घेरते हुये भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग गरीबी का मतलब नहीं जानते जबकि वह (मोदी) अच्छी तरह से जानते हैं कि गरीबी और भूख क्या होती है क्योंकि वह एक गरीब घर में पैदा हुए।
देश की राजनीति की धुरी माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में आज अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे और अन्य नेता मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा हुये इसलिए गरीबी का मतलब नहीं जानते जबकि मैं गरीब घर में पैदा हुया हूं इस लिये मुझे अच्छी तरह मालूम है कि गरीबी और भूख क्या होती है।
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ सपा, मुख्य विपक्षी दल बसपा और कांग्रेस को तिकड़ी बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का यह आलम है कि यहां एक साल में 5000 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई, लेकिन राज्य सरकार अपनी वोट बैंक की राजनीति में लगी है। देश को आठ आठ प्रधानमंत्री देने वाले राज्य का विकास नहीं हो रहा है और यहां के लोग रोजगार के लिए गुजरात की तरफ भाग रहे हैं।
मोदी ने विजय शंखनाद रैली में पुरजोर तरीके से कहा कि 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ आवाज कानपुर शहर से ही उठी थी और आज कांग्रेस से देश को मुक्त करने के इस आंदोलन की शुरुआत भी यहीं से हो रही है। उन्होंने कहा कि तब स्वराज की लड़ाई थी और आज सुराज की लड़ाई है।
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