सीनेट का पैसा वापस करने के लिए हार्पर ने कहा था : डफी
ओटवा, विवादों में उलझे सीनेटर माइक डफी ने ऊपरी सदन को बताया कि प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने ही उन्हें 90 हजार डॉलर का भुगतान वापस करने के लिए कहा था। गुस्से से भरे डफी ने कहा कि उनका इस पूरे मामले में कोई दोष नहीं है। सीनेट में डफी, उनके सहयोगी पैट्रिक ब्रेजियो और पामेला वालिन को सस्पेंड करने के लिए लाए गए प्रस्ताव के दौरान माइक ने ये धमाका किया।
उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में ही सीनेट खर्चो में हुई गड़बड़ी के बारे में प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर और उनके उस समय के चीफ ऑफ स्टाफ नाइजल राइट के साथ बातचीत हुई थी। उस समय बाहर से आए ऑडिटर सीनेटर्स के खर्चों का अनुमान लगा रहे थे और सीनेटर मैक हार्ब के खर्चों का हिसाब किताब भी किया गया था।
डफी ने कहा कि हार्पर किसी भी तरह की सफाई आदि में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। हार्पर ने सीधे उन्हें खर्च वापस करने के लिए कहा। इस पर उन्होंने ये पैसे वापस करने से इंकार कर दिया क्योंकि ये तो पहले ही खर्च हो चुके थे और वे एकदम ऐसा नहीं कर सकते थे। फिर भी उन्होंने चैक देने की पेशकश की थी।
इस बयान के बाद हार्पर के प्रवक्ता जेसन मैकडोनाल्ड ने मीडिया में कहा कि प्रधानमंत्री ने फरवरी में ही डफी को ये पैसे वापस करने के लिए कह दिया था। हार्पर इस खर्च पर सहमत नहीं थे और वे इस मामले में सही रास्ते पर चलने का सुझाव स्पष्ट तौर पर दे रहे थे।
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