श्रीलंका में कैनेडा का प्रतिनिधित्व ओबरॉय कर रहे
ओटवा , इंडो कैनेडियन मूल के एमपी और संसदीय सचिव दीपक ओबरॉय 11 से 18 नवंबर को श्रीलंका में हो रही इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स कॉन्फ्रेंस में कैनेडा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इससे पहले श्रीलंका सरकार द्वारा तमिलों के मानवाधिकारों का हनन करने के विरोध में कैनेडियन प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने श्रीलंका जाने से इंकार कर दिया था।
ओबरॉय को खुद प्रधानमंत्री हार्पर ने ही श्रीलंका भेजा है ताकि वे वहां पर इस संबंध में कैनेडियन दृष्टिकोण को रख सकें। कैनेडा गृहयुद्ध के बाद से लगातार श्रीलंका के पुर्ननिर्माण के साथ ही तमिल अल्पसं यकों के मानवाधिकारों के हनन का मामला भी उठाता रहा है।
वहीं श्री ओबरॉय ने कहा कि कैनेडा का मानना है कि कॉमनवेल्थ का महत्व बना रहे और इसके साथ ही मानवाधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ ही कानून के राज को भी सुनिश्चित करना होगा। कैनेडा में तमिल संगठनों के विरोध के बाद हार्पर ने वहां जाने से इंकार कर दिया था।
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