दूसरी छमाही में बेहतर रहेगी अर्थव्यवस्था: रंगराजन

नई दिल्ली , विनिर्माण क्षेत्र में सुधार तथा मानसून अछा रहने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर कुछ बेहतर रहेगी। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन सी रंगराजन ने यह अनुमान लगाया है।
यहां सीआईआई के एक कार्यक्रम के मौके पर रंगराजन ने अलग से कहा कि मुझे लगता है कि वद्धि होगी। वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में यह कुछ बेहतर होगी।
रंगराजन ने कहा कि अछे मानसून का प्रभाव दूसरी छमाही में दिखेगा। इससे कृषि उत्पादन तो बढ़ेगा ही, ग्रामीण मांग भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दूसरी छमाही में विनिर्माण क्षेत्र में कुछ सुधार आएगा। इस दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 3 प्रतिशत रहेगी।
रंगराजन ने कहा कि इस तरह पूरे साल के लिए विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत रहेगी। 5 फीसदी से कुछ अधिक की आर्थिक वृद्धि दर के लिहाज से यह आंकड़ा ठीकठाक है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून में आर्थिक वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही है। 2012-13 में आर्थिक वृद्धि दर घटकर दशक भर के निचले स्तर 5 फीसदी पर आ गई थी। रंगराजन ने कहा कि सरकार द्वारा हाल में उठाए गए कदमों का असर दूसरी छमाही में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र के मौजूदा रुख को देखते हुए पीएमईएसी के 5.3 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान पर वह कायम हैं।
पीएमईएसी ने पहले 2013-14 में आर्थिक वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जिसे सितंबर में घटाकर 5.3 फीसदी कर दिया गया। उन्होंने कहा कि एक अछी बात यह है कि चालू खाते का घाटा नीचे आ रहा है। वास्तव में कैड उम्मीद से भी कम रहेगा। यदि कैड सकल घरेलू उत्पाद के 3 फीसदी से कम पर आता है, तो पूंजी का प्रवाह कैड को नियंत्रण में रखने के लिए काफी है।

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