ओबामा भारतीय-अमेरिकी को बनाना चाहते हैं सर्जन जनरल
वॉशिंगटन, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक हालगेरे मूर्ति को अपना अगला सर्जन जनरल बनाने की इछा जताई है। डॉक्टर्स फॉर अमेरिका के सहसंस्थापक और अध्यक्ष डॉक्टर मूर्ति हावर्ड मेडिकल स्कूल के ब्रिघम एंड वूमन्स हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के हॉस्पिटैलिस्ट अटेन्डिंग फिजीशियन एंड इंस्ट्रक्टर हैं। ओबामा ने कई अन्य नामांकनों के साथ शीर्ष प्रशासन के समक्ष मूर्ति के नामांकन की इछा जताई।
ओबामा ने एक बयान में कहा कि मुझे यकीन है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले ये लोग अपनी नई भूमिकाओं में अमेरिकी जनता की अछी तरह सेवा करेंगे और मैं आगामी महीनों या वर्षों में इनके साथ काम करना चाहूंगा।
ओबामा के इस कदम का प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक समुदाय ने स्वागत किया है। वर्ष 2011 में, मूर्ति को रोग निवारण, स्वास्थ्य प्रोत्साहन और समग्र व जन स्वास्थ्य के सलाहकार समूह का सदस्य नियुक्त किया गया था।
मूर्ति वर्ष 2007 से ट्रायलनेटवर्क्स के सहसंस्थापक और अध्यक्ष रहे हैं। इसे पहले एपरनिकस नाम से पहचाना जाता था। वर्ष 1995 में मूर्ति विजन्स वर्ल्डवाइड के भी सहसंस्थापक बने। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत और अमेरिका में एचआईवी शिक्षा पर काम करता है। इस संगठन में मूर्ति 1995 से 2000 तक अध्यक्ष रहे और 2000 से 2003 तक इसके बोर्ड के प्रमुख रहे।
मूर्ति ने अपनी स्नातक की डिग्री हार्वर्ड विश्वविद्यालय से ली। उन्होंने येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए और येल स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी किया। ओबामा की इस घोषणा की सराहना करते हुए प्रभावशाली संस्था अमेरिकन असोसिएशन ऑफ फिजीशियन्स ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) के अध्यक्ष डॉक्टर जयेश बी शाह ने कहा कि ओबामा ने सही चुनाव किया है।
शाह ने कहा कि यह खबर भारतीय मूल के चिकित्सकों की प्रतिष्ठा को पूरे अमेरिका में मजबूत करती है। एएपीआई लेजिस्लेटिव कमेटी के प्रमुख डॉक्टर हरभजन अजरावत ने कहा कि विवेक भारतीय-अमेरिकी चिकित्सकों की अगली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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