भारत ने अमेरिका के समक्ष फिर उठाया जासूसी का मुद्दा

नई दिल्ली। अमेरिकी खुफिया द्वारा अपनी जासूसी से चिंतित भारत ने यहां अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख के समक्ष यह मुद्दा उठाते हुए विरोध दर्ज कराया है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के ठेकेदार से ह्विसल्ब्लोअर बने एडवर्ड स्नोडेन ने अमेरिका द्वारा भारत समेत कई देशों की जासूसी कराने का खुलासा करने पर भारत ने अमेरिका से कहा है कि उसकी जासूसी की जाय यह उसे स्वीकार्य नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने करीब एक हफ्ते पहले अमेरिकी राजनयिक से अपना विरोध दर्ज कराया। यह लगभग उसी समय हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] के प्रमुख जनरल कीथ ब्रायन एलेक्जेंडर भारत दौरे पर थे। यह मुद्दा अमेरिका के साथ वाशिंगटन और यहां दोनों जगह उठाया गया। भारत ने इस बार बैठक में बताया कि खबरों के मुताबिक स्नोडेन ने खुलासा किया है कि अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां भारत के ऑन लाइन पत्र व्यवहार पर नजर रखती हैं। यह सिर्फ आंकड़े एकत्र करने तक सीमित नहीं है।
इस मुद्दे को सबसे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने अमेरिकी राजदूत नैंसी पावेल के समक्ष उठाया था। इसके बाद विदेशी मंत्री सलमान खुर्शीद ने यहां अपने समकक्ष जॉन केरी के साथ जून में मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया। जब जुलाई में अमेरिकी खुफिया की भारत सहित विभिन्न देशों की जासूसी करने से संबंधित खबरें प्रकाश में आईं तो अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने भी वहां की सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाया।

 

You might also like

Comments are closed.