ईरान अपने परमाणु संयंत्रों को नष्ट नहीं करेगा: रूहानी
लंदन। तेहरान और वैश्विक शक्तियों के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते के बाद ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने स्पष्ट किया है कि उनका देश परमाणु संयंत्रों को नष्ट नहीं करेगा। उन्होंने यह बात शुक्रवार को फाइनेंशियल टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कही।
जब उनसे पूछा गया कि ईरान के परमाणु संयंत्रों को नष्ट करना क्या ईरान के लिए सीमारेखा थी? उन्होंने जवाब दिया, ‘सौ फीसद।’ जेनेवा में पिछले हफ्ते हुए समझौते का इजरायल ने कड़ा विरोध किया था। उसने इस समझौते को ऐतिहासिक भूल बताते हुए कहा था कि तेहरान के साथ किसी भी समझौते का एकमात्र लक्ष्य ईरान की परमाणु क्षमता को खत्म करना होना चाहिए।
गत २४ नवंबर को जिनेवा में हुए समझौते के तहत छह महीने के लिए परमाणु कार्यक्रम बंद रखने के एवज में ईरान को प्रतिबंधों से सीमित राहत मिलेगी। हालांकि समझौते में ईरान से परमाणु सुविधाओं को खत्म करने के लिए नहीं कहा गया है। व्यापक समझौते को लेकर वार्ता लंबित है। इस बीच रूहानी ने अमेरिका के साथ ईरान के रिश्तों में सुधार की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच समस्याएं काफी जटिल हैं। इन्हें अल्पावधि में हल नहीं किया जा सकता।
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