दोषी पाए गए तो 7 साल सलाखों के पीछे रहेंगे तेजपाल!
नई दिल्ली. तरुण तेजपाल के खिलाफ यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवा दिया है। अगर महिला पत्रकार ने अपने इस बयान में वही बातें दोहराईं जो उसने तहलका पत्रिका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी को लिखे ईमेल में लगाई थीं तो तेजपाल के लिए मुश्किलेंखड़ी हो सकती हैं। अपने ईमेल में महिला पत्रकार ने कहा था कि तेजपाल ने जबर्दस्ती उसके कपड़े उठाए थे।
रेप को लेकर बने नए कानून के मुताबिक इस मामले में दोषी पाए जाने पर अधिकतम सात साल की सज़ा हो सकती है। इसके अलावा महिला पत्रकार ने तरुण पर जबर्दस्ती करते हुए यौन संबंध बनाने का भी आरोप लगाया था। इस मामले में दोषी पाए जाने पर तीन साल तक की सज़ा हो सकती है। नए कानून के मुताबिक सेक्स संबंधित अमर्यादित टिप्पणी करने पर एक साल तक की सज़ा होती है। पीडि़त पत्रकार के ईमेल के मुताबिक तरुण ने उससे कई आपत्तिजनक बातें की थीं। इसका मतलब यह हुआ कि अगर इन तीनों मामलों में तरुण दोषी पाए जाते हैं और तीनों मामलों की सज़ा साथ-साथ चलती है तो तरुण को अधिकतम 7 साल जेल में काटने पड़ सकते हैं।
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