‘हाथ’ थामकर दिल्ली की कमान संभालेंगे अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में सरकार बनाने का फैसला किया है और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनेंगे। केजरीवाल ने आज उप राज्यपाल नजीब जंग को सरकार बनाने की चिट्ठी सौंपी। शपथ ग्रहण रामलीला मैदान में होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसौदिया ने कहा कि विधायक दल ने केजरीवाल को अपना नेता चुना है और वही मुख्यमंत्री बनेंगे।
दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर आज सुबह 11 बजे हुई बैठक के बाद पार्टी ने ये ऐलान किया। राजनीतिक मामलों की कमेटी की बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। गाजियाबाद के कौशांबी में पार्टी कार्यालय में हुई बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आप ने सरकार बनाने का फैसला किया है और उपराज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। इसके बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली रवाना हो गए और उप राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
बैठक के बाद आप नेता मनीष सिसौदिया ने बताया कि आप पार्टी ने पिछले एक हफ्ते से लोगों से सरकार बनाने पर राय ली। कुल 5 लाख 23 हजार लोगों ने एसएमएस, फोन कॉल्स और इंटरनेट के जरिए अपनी राय दी, इनमें से 74 प्रतिशत लोगों ने कहा कि आप को सरकार बनानी चाहिए। दिल्ली में कुल 274 जनसभा हुई और 257 जगह लोगों ने कहा कि सरकार बनानी चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें उपराज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए कहा था। मैंने उन्हें कहा था कि हम जनता से पूछकर बताएंगे। नतीजे आए हैं कि भारी संख्या में लोग कह रहे हैं कि आप पार्टी को सरकार बनानी चाहिए। मैं उप राज्यपाल को चिठ्टी देने जा रहा हूं कि आप पार्टी दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। अरविंद ने कहा कि हम उप राज्यपाल से निवेदन करेंगे कि शपथ ग्रहण समारोह जंतर-मंतर में हो। अरविंद ने कहा कि मंत्रिमंडल दो-तीन दिन में तय करेंगे।
आखिर इंतजार खत्म
15 दिनों से सरकार के लिए तरस रही दिल्ली का इंतजार खत्म हो गया है। जनता से रायशुमारी करने के बाद आम आदमी पार्टी सरकार बनाने को लेकर अपने फैसले का ऐलान कर दिया। आज उप-राज्यपाल से मुलाकात कर पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश कर देगी। यानि अब दिल्ली को नए साल से पहले एक ईमानदार छवि वाली सरकार का तोहफा मिलेगा। केजरीवाल की अगुवाई में पार्टी के नेता दोपहर साढ़े 12 बजे उप राज्यपाल से मिलने जाएंगे।
सरकार बनाने पर रायशुमारी
इससे पहले रविवार को आम आदमी पार्टी की रायशुमारी का आखिरी दिन था। आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में चार जगहों पर जनसभाएं की। वो जहां भी लोगों की भीड़ जुटी। जनता ने रायशुमारी में उनका साथ दिया। इन जनसभाओं में बड़ी तादाद ऐसे लोगों की थी जिनका मानना है कि आम आदमी पार्टी को सरकार बनानी चाहिए। भले ही वो कांग्रेस के समर्थन से ही क्यों ना हो। आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में बड़े-बड़े वादे किए थे। जनता चाहती है कि आम आदमी पार्टी अब सरकार बनाकर इन वादों को पूरा करे।
कुल 128 जनसभाओं के आकड़े
आम आदमी पार्टी ने अब तक कुल 128 जनसभाओं के आकड़ों की जानकारी दी है। उनका कहना है कि 128 जनसभाओं में से 110 में जनता ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपनी सरकार बनाए जबकि 18 जनसभा में जनता की राय दोबारा चुनाव लड़ने की थी। यहां की जनता को भरोसा था कि दोबारा चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी बहुमत से सरकार बनाएगी। ये लोग कांग्रेस से समर्थन लेने के खिलाफ थे। लेकिन अरविंद को फैसला बहुमत के आधार पर लेना है। ज्यादातर जनता को उम्मीद यही है कि जब आम आदमी पार्टी सत्ता में आएगी तो वो भ्रष्टाचार कम करेगी, उस महंगाई से राहत मिलेगी।
आम आदमी पार्टी ने एसएमएस और फोन कॉल के जरिए भी लोगों की राय मांगी। इसके अलावा पार्टी की वेबसाइट पर भी लोगों से राय मांगी गई। आम आदमी पार्टी का दावा है कि उसे सात लाख से ज्यादा लोगों के जवाब मिले हैं। ज्यादातर चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी सरकार बनाए। देश की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी से समर्थन लेकर सरकार बनाने के मुद्दे पर रायशुमारी हुई हो। लोगों को उम्मीद है कि आज आम आदमी पार्टी उप राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर देगी।
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