अमेरिका में तीसरी तिमाही की आर्थिक वृद्धि दर ने दुनिया भर के कान खड़े किये
कैनेडा ,अमेरिकी आर्थिक वृद्धि दर में अचानक बढोतरी होने के साथ कैनेडा निवासीयों को भी उम्मीद हुई है कि ऐसी वृद्धि उनकी आर्थिक वृद्धि दर में भी देखने को मिलेगी। उल्लेखनीय है कि सिर्फ कैनेडा ही नहीं बलकि विश्व के नक्शे पर स्थित हर देश दो तीन वर्ष पहले से शुरू हुई अमेरिका की मंदहाली का शिकार हुआ था। हर देश अमेरिका की ओर देख रहा है और अपनी सालाना योजनाएं भी अमेरिकी अर्थ व्यवस्था को ध्यान में रख कर तैयार करता रहा है। अब पिछले दो वर्षों के रिकार्ड के मुताबिक पिछली तिमाही के दौरान अचानक सब से बड़ी आर्थिक वृद्धि दर ने अमेरिकियों एवं कैनेडा निवासियों के चेहरों पर रौनक ला दी है। पिछले दिनों जनतक हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल की तीसरी तिमाही में जो वृद्धि हुइ है, वो दो साल में कभी नहीं हुई। ज्यादातर कारोबारी कंपनियों ने मुख्यतौर पर सेहत संभाल एवं साफ्टवेयर क्षेत्र में निवेश किया है। शुद्ध घरेलू उत्पाद तेजी से ऊपर चढ़ा और शोध के बाद सालाना वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत तक पहुंच गई जबकि पहले सिर्फ 3.6 प्रतिशत वृद्धि दर का अंदाजा लगाया जा रहा था। एक कैनेडियन बैंक के मुख्य अर्थशस्त्री अवेरी शेनफील्ड ने कहा कि अमेरिकी अर्थचारे में अचानक मजबूती की रिपोर्टें आने से बेहद खुश हैं। अमेरिका में आर्थिक वृद्धि एवे निवेश के कारण हर तरफ उमंग का वातावरण पैदा होगा। हमें उम्मीद है कि इससे कैनेडा में नये साल 2014 के दौरान बरामद दर में भी काफी वृद्धि होगी।
उसने बताया कि नये संशोधित जो आंकड़े जारी किये गए हैं, उनके मुताबिक उपभोगताओं की खरीदारी जो अर्थचारे का 70 प्रतिशत हिस्सा है, में 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जबकि पहले यह वृद्धि सिर्फ 1.4 प्रतिशत तक ही समझी जा रही थी। कैनेडा के अर्थशास्त्री ने बताया कि अक्तूबर एवं नवंबर के माह के दौरान परचून बिक्री में वृद्धि दुनिया के सबसे बड़े अर्थचारे में सुधार का स्पष्ट संकेत है।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक के पूर्व मुखी बेन बर्नानके ने पिछले बुधवार को ऐलान किया है कि अमेरिका एक बार फिर अपने अर्थचारे को शीर्ष पर लेजाने की दिशा में आगे बढ़ेगा क्योंकि अमेरिकी वित्ती बाजारों ने पिछले पांच वर्षों से सरकार की बेलोडी दखलअंदाजी को समाप्त करने का संकेत दिया है। इसी वर्ष की तीसरी तिमाही ने कंपनियों में पैसा लगाने के लिए उत्शाह पैदा कर दिया है। अब अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि चौथी तिमाही भी कमाल दिखाएगी और अमेरिका में नये आर्थिक एवं खुशहाल युग की शुरूआत होगी।
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