अखिलेश बेटी के स्कूल के बाहर पार्किंग के लिए स्टेडियम पर चलवाएंगे बुलडोजर

download (1)लखनऊ. यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने हर फैसले के कारण चर्चा में रहे हैं, लेकिन इस बार वह अपने बिटिया प्रेम को लेकर चर्चा में हैं। बिटिया प्रेम के चलते अखिलेश अब विश्व प्रसिद्द केडी सिंह बाबू स्टेडियम का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तुड़वा कर उसमें पार्किंग स्थल बनवाना चाहते हैं।
क्या है मामला
दरअसल, अखिलेश के तीन बच्चे हैं। अदिति, अर्जुन और टीना जिसमें से उनकी बेटियां लॉ मार्टिनियर्स गर्ल्स कॉलेज में पढ़ती हैं। यह वही कॉलेज है जहां पर यूपी सरकार में बैठे तमाम मंत्री और नौकरशाहों के बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल की छुट्टी के समय यहां चारों तरफ का ट्रैफिक जाम हो जाता है। आम आदमी को निकलने का रास्ता नहीं होता है क्योंकि सड़क पर तमाम लाल बत्ती और नीली बत्ती गाड़ियां मंत्रियों और अफसरों के बच्चों को ले जाने के लिए खड़ी होती हैं।
ऐसे में ट्रैफिक पुलिस वाले भी इन गाड़ियों को हाथ लगाने से डरते हुए बस ट्रैफिक व्यवस्था में सुधारने में लगे होते हैं। कॉलेज की प्रिंसिपल ने ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए एलडीए (लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी) को एक एप्लिकेशन दी थी। इसमें पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा गया था। एलडीए ने पार्किंग व्यवस्था को केडी सिंह बाबू स्टेडियम का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तुड़वा कर उसमें पार्किंग स्थल बनवाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के सामने रखा।
इस प्रस्ताव को अखिलेश ने हरी झंडी दे दी। इससे खिलाड़ियों और संभ्रांत नागरिकों का एक शिष्टमंडल सोमवार को लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा से भी मिला और उनके सामने इस मामले को रखा। मेयर ने संज्ञान लेते हुए इस संबंध में एक पत्र कमिश्नर और एलडीए उपाध्यक्ष को लिखा है।
क्या कहा मेयर ने
लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा ने dainikbhaskar.com को बताया कि उनके संज्ञान में यह मामला आया था, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया है। साथ ही कमिश्नर और एलडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिख कर स्पष्ट कर दिया है कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम को तोड़ कर व्यवसायिक दृष्टि से स्थान परिवर्तन संभव नहीं है। केडी सिंह बाबू स्टेडियम से खिलाडियों की आस्था जुड़ी हुई है, इसलिए यदि किसी प्रकार की पार्किंग की व्यवस्था करनी है तो उसके लिए अलग जगह उपलब्ध करा दी जाएगी।
केडी सिंह बाबू स्टेडियम की भौगोलिक स्थिति
केडी सिंह बाबू स्टेडियम का मुख्य द्वार परिवर्तन चौक जाने वाले रास्ते पर है जबकि पिछले द्वार पर एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है। पिछले द्वार के सामने लॉ मार्टिनियर्स गर्ल्स कॉलेज का गेट है और यहीं से बच्चे निकलते हैं, जिसकी वजह से काफी भीड़ होती है और ट्राफिक व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है।
स्टेडियम के पिछले गेट से बायीं ओर तीन सौ मीटर की दूरी पर जिलाधिकारी आवास के सामने सरोजनी नायडू पार्क है, जहां पर अंडरग्राउंड पार्किंग कि व्यवस्था है, लेकिन अखिलेश बिटिया प्रेम के चलते खिलाड़ियों की आस्था केंद्र केडी सिंह बाबू स्टेडियम को तोड़ना चाहते हैं।
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