लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान : नौ चरणों में वोटिंग, 16 को काउंटिंग
नई दिल्ली. आगामी लोकसभा चुनाव नौ चरणों में संपन्न कराया जाएगा। चुनाव आयोग ने 58 पन्नों का कार्यक्रमछपवाया है। बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का एलान किया। इसके साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त संपत कुमार ने बताया कि इम्तिहान और मौसम को ध्यान में रख कर चुनाव की तारीखें तय की गई हैं। लोकसभा चुनावों के साथ ही आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम विधानसभा के चुनाव भी होंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि यह नौ चरणों में संपन्न होने वाला चुनाव नहीं है, बल्कि नौ तारीखों में संपन्न होगा और पूरी प्रक्रिया 72 दिन में ही पूरी हो जाएगी। पिछले चुनाव की तुलना में तीन दिन कम में ही।
सबसे पहले 9 मार्च की तारीख को रखिए याद
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि कई लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं। उनके लिए एक और मौका है। 9 मार्च (रविवार) को सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए लोग बूथ लेवल के अफसर के पास फॉर्म जमा करा सकते हैं।
ये हैं मतदान की नौ तारीखें
7 अप्रैल- 2 राज्यों के 6 संसदीय क्षेत्रों में
9 अप्रैल- 5 राज्यों के 7 संसदीय क्षेत्रों में
10 अप्रैल- 14 राज्यों के 92 क्षेत्रों में
12 अप्रैल- तीन राज्यों के पांच क्षेत्रों में
17 अप्रैल- 13 राज्यों के 122 क्षेत्रों में
24 अप्रैल- 12 राज्यों के 117 क्षेत्रों में
30 अप्रैल- 9 राज्यों के 89 क्षेत्रों में
7 मई- 7 राज्यों के 64 क्षेत्रों में
12 मई – 3 राज्यों के 41 संसदीय क्षेत्रों में
…और फिर मतगणना
16 मई – सभी सीटों के लिए मतगणना। मौजूदा 15वीं लोकसभा का कार्यकाल एक जून को खत्म होगा। लिहाजा 31 मई तक नई लोकसभा का गठन करना जरूरी है।
राज्यवार चुनाव की तारीखें ये हैं
आंध्र प्रदेश: 17 सीटों पर 30 अप्रैल और 25 सीटों पर 7 मई।
अरुणाचल प्रदेश: सभी 2 सीटों पर 9 अप्रैल।
असम: 5 सीटों पर 7 अप्रैल, 3 सीटों पर 12 अप्रैल और 6 सीटों पर 24 अप्रैल।
बिहार: 6 सीटों पर 10 अप्रैल, 7 सीटों पर 17 अप्रैल, 7 सीटों पर 24 अप्रैल, 7 सीटों पर 30 अप्रैल, 7 सीटों पर 7 मई और 6 सीटों पर 12 मई।
छत्तीसगढ़: 1 सीट पर 10 अप्रैल, 3 सीटों पर 17 अप्रैल और 7 सीटों पर 24 अप्रैल।
गोवा: सभी 2 सीटों पर 17 अप्रैल।
गुजरात: सभी 26 सीटों पर 30 अप्रैल।
हरियाणा: सभी 10 सीटों पर 10 अप्रैल।
हिमाचल प्रदेश: सभी 4 सीटों पर 7 मई।
जम्मू-कश्मीर: 1 सीट पर 10 अप्रैल, 1 सीट पर 17 अप्रैल, 1 सीट पर 24 अप्रैल, 1 सीट पर 30 अप्रैल और 2 सीटों पर 7 मई।
झारखंड: 5 सीटों पर 10 अप्रैल, 5 सीटों पर 17 अप्रैल और 4 सीटों पर 24 अप्रैल।
कर्नाटक: सभी 28 सीटों पर 17 अप्रैल।
केरल: सभी 20 सीटों पर 10 अप्रैल।
मध्य प्रदेश: 9 सीटों पर 10 अप्रैल, 10 सीटों पर 17 अप्रैल और 10 सीटों पर 24 अप्रैल।
महाराष्ट्र: 10 सीटों पर 10 अप्रैल, 19 सीटों पर 17 अप्रैल और 19 सीटों पर 24 अप्रैल।
मणिपुर: 1 सीट पर 9 अप्रैल और 1 सीट पर 17 अप्रैल।
मेघालय: सभी 2 सीटों पर 9 अप्रैल।
मिजोरम: 1 मात्र सीट पर 9 अप्रैल।
नागालैंड: 1 मात्र सीट पर 9 अप्रैल।
ओडिशा: 10 सीटों पर 10 अप्रैल और 11 सीटों पर 17 अप्रैल।
पंजाब: सभी 13 सीटों पर 30 अप्रैल।
राजस्थान: 20 सीटों पर 17 अप्रैल और 5 सीटों पर 24 अप्रैल।
सिक्किम: 1 मात्र सीट पर 12 अप्रैल।
तमिलनाडु: सभी 39 सीटों पर 24 अप्रैल।
त्रिपुरा: 1 सीट पर 7 अप्रैल और 1 सीट पर 12 अप्रैल।
उत्तर प्रदेश: 10 सीटों पर 10 अप्रैल, 11 सीटों पर 17 अप्रैल, 12 सीटों पर 24 अप्रैल, 14 सीटों पर 30 अप्रैल, 15 सीटों पर 7 मई और 18 सीटों पर 12 मई।
उत्तराखंड: सभी 5 सीटों पर 7 मई।
पश्चिम बंगाल: 4 सीटों पर 17 अप्रैल, 6 सीटों पर 24 अप्रैल, 9 सीटों पर 30 अप्रैल, 6 सीटों पर 7 मई और 17 सीटों पर 12 मई।
अंडमान और निकोबार: 1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
चंडीगढ़: 1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
दादर और नागर हवेली: 1 मात्र सीट पर 30 अप्रैल।
दमन और दीव: 1 मात्र सीट पर 30 अप्रैल।
लक्षद्वीप: 1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
दिल्ली: सभी 7 सीटों पर 10 अप्रैल।
पुडुचेरी: 1 मात्र सीट पर 24 अप्रैल।
कुछ हाईप्रोफाइल सीटों पर चुनाव की तारीख
रायबरेली: 30 अप्रैल
अमेठी: 7 मई
पटना: 17 अप्रैल
मुंबई की सभी सीटें, भिवंडी, ठाणे, नासिक: 24 अप्रैल
जयपुर, अजमेर, बीकानेर, बाड़मेर, चुरू, सीकर: 17 अप्रैल
भोपाल, ग्वालियर, राजगढ़: 17 अप्रैल
कोलकाता: 12 मई
लखनऊ, कानपुर: 30 अप्रैल
इलाहाबाद: 7 मई
वाराणसी: 12 मई
अहमदाबाद, गांधीनगर: 30 अप्रैल
गाजियाबाद, नोएडा: 10 अप्रैल
गोरखपुर: 12 मई
मैनपुरी: 24 अप्रैल
नागपुर: 10 अप्रैल (ये सारी सीटें क्यों चर्चा में हैं, पढ़ने के लिए क्लिक करें)
बड़े मुद्दों पर चुनाव आयोग की राय
पेड न्यूज: मुख्य चुनाव आयुक्त वी.एस. संपत ने कहा कि कानून में ‘पेड न्यूज’ को अपराध मानने को लेकर कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है। हमने सरकार से अनुरोध किया है कि ‘पेड न्यूज’ को जुर्म घोषित किया जाए।
ओपीनियन पोल: मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हमारे पास उपलब्ध ताकत का इस्तेमाल करने में हमें कोई हिचक नहीं होती। पर जो अधिकार हमारे पास हैं ही नहीं, उनका इस्तेमाल हम कैसे कर सकते हैं। ओपीनियन पोल का मसला वैधानिक (लेजिस्लेटिव) अधिकार के तहत आता है।
सुरक्षा: चुनाव आयुक्त एच.एस ब्रह्मा ने कहा कि नक्सल प्रभावित सभी क्षेत्रों में एक ही दिन चुनाव कराने का फैसला लिया गया है।
पार्टियों की प्रतिक्रिया
भ्ााजपा: कांग्रेस इज्जत बचाने के लिए चुनाव मैदान में है। नई पार्टियां हैसियत बनाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि उसके लिए सत्ता छोड़ने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
कांग्रेस: पार्टी के नेता मनीष तिवारी ने कहा कि यह चुनाव दो विजन के बीच की लड़ाई होगी। एक तो धर्मनिरपेक्षता व बहुसंख्यकवाद, जिसे कांग्रेस ने आगे बढ़ाया है। और, दूसरा सांप्रदायिकता का विजन। ‘आप’ के असर के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें एक मौका मिला था, लेकिन वे आंदोलनकारी से प्रशासक नहीं बन सके।
आप: आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि हम प्रचार शुरू कर ही चुके हैं। आज गुजरात में हमने यात्रा शुरू की है। समय कम है, अब हम उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया तेज करेंगे।
Comments are closed.