रूस पर प्रतिबंध लगाएगा जी-7, अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को बंधक बनाने से नाराज
स्लावियांस्क। रूस समर्थक अलगाववादियों ने पूर्वी शहर स्लोवियांस्क में अंतरराष्ट्रीय सैन्य पर्यवेक्षकों और यूक्रेन के अधिकारियों को ले जा रही एक बस पर कब्जा कर लिया है। ये पर्यवेक्षक ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कॉरपोरेशन इन यूरोप से जुड़े हैं।
यूक्रेन के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि बस पर सवार लोगों को स्लोवियांस्क शहर में एक सरकारी इमारत में बंधक बनाकर रखा गया है और उनकी रिहाई के लिए बातचीत जारी है। रूसी समर्थक एक स्थानीय नेता ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन लोगों को इसलिए बंदी बनाया गया है, क्योंकि उनमें से एक यूक्रेन सरकार का जासूस है।
इस मामले को जी-7 देशों के नेताओं ने गंभीरता से लेते हुए पूर्वी यूक्रेन को अस्थिर बनाने के रूस समर्थित प्रयासों पर गहरी चिंता जताई है। समूह ने मॉस्को पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जी-7 के सदस्य देश हैं। यूरोपीय परिषद और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष ने भी जी-7 देशों द्वारा जारी संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए। इससे कुछ घंटों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और इटली के नेताओं से बात की थी।
संयुक्त बयान में कहा गया है हम अब इस बात पर सहमत हो गए हैं कि हम रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की दिशा में तेजी से आगे बढेंग़े। यूक्रेन में अगले माह होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों को सफल बनाने और इस दौरान शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक मतदान को सुनिश्चित करने की अत्यावश्यकता के मद्देनजर हम प्रयासरत हैं।
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