मोदी लहर पर सवार हरियाणा
चंडीगढ़ – लोकसभा चुनाव के नतीजों में देश के साथ हरियाणा में भी नमो-नमो हुई है। मोदी की लहर पर सवार इस राज्य में आए नतीजों का अनुमान तो मतदान के समय ही लगने लगा था। भाजपा ने अपने हिस्से की आठ में से सात सीटें जीत कर विरोधी राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। भाजपा की सहयोगी पार्टी हजकां (बीएल) हिसार और सिरसा में उन दोनों सीटों पर चुनाव हार गई, जो गठबंधन के तहत उसके हिस्से में आई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाले इनेलो का प्रदर्शन कार्यकर्ताओं के लिए काफी उत्साहवर्धक रहा है। इनेलो हिसार व सिरसा में उन दोनों सीटों पर चुनाव जीत गई, जहां हजकां प्रत्याशी मैदान में थे।
प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह से मोदी की लहर में बह गई। बावजूद इसके मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से चुनाव जीत गए। नौ सीटों पर काबिज कांग्रेस प्रदेश की अन्य सभी सीटें हार गई। दीपेंद्र ने लगभग पौने दो लाख मतों से जीत हासिल की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर स्वयं सिरसा से चुनाव हार गए हैं। कुरुक्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व सांसद नवीन जिंदल भी तीसरे स्थान पर रहे हैं। करनाल से निवर्तमान सांसद अरविंद शर्मा व फरीदाबाद से पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।
भाजपा का प्रदर्शन इस लोकसभा चुनाव में काफी अच्छा रहा है। इस प्रदर्शन के आधार पर जहां भाजपा के सामने स्वयं के बूते विधानसभा चुनाव लड़ने का विकल्प आ गया, वहीं कुछ और दलों को साथ लेकर चलने के रास्ते भी दिखाई देने लगे हैं। इनेलो विधायक अजय चौटाला के पुत्र दुष्यंत चौटाला ने हिसार में कुलदीप बिश्नोई को हराकर अपने पिता अजय चौटाला की पराजय का बदला ले लिया है।
सिरसा में इनेलो की जीत ने चौटाला को एक बार फिर देश-प्रदेश की सियासत में मजबूती के साथ उभारकर खड़ा कर दिया है। प्रदेश की सियासत में आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। प्रदेश में सबसे बड़ी जीत फरीदाबाद से भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर ने दर्ज की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भड़ाना को 4 लाख 34 हजार 473 मतों से हराया है।
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