राहुल फार्मूले के खिलाफ खड़े हुए कांग्रेसी
अहमदाबाद। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद आतंरिक कलह से जूझती कांग्रेस में अब राहुल गांधी का विरोध मुखर होने लगा है। गुजरात में शनिवार को पार्टी की मंथन बैठक (हार की समीक्षा) में नेताओं व कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ चुनाव में सूपड़ा साफ होने का ठीकरा टीम राहुल के अहम सदस्य व राज्यसभा सदस्य मधुसूदन मिस्त्री पर फोड़ा बल्कि उन्हें बोलने से रोक दिया। साथ ही, वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में राहुल फार्मूले (युवक कांग्रेस व एनएसयूआई में चुनाव कराने) का भी विरोध किया। रविवार को कांग्रेसी नेता 6 टीमों में बंटकर सूबे के लिए भावी एजेंडा तय करेंगे। 30 जून को इस मंथन बैठक की रिपोर्ट एंटनी समिति को सौंपी जाएगी।
कांग्रेस के गुजरात प्रभारी गुरुदास कामत की मौजूदगी में शनिवार को अहमदाबाद में चिंतन बैठक शुरू हुई। प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, विधानसभा में नेता विपक्ष शंकर सिंह वाघेला, कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी, विधायक व जिला अध्यक्षों समेत करीब चार सौ नेता शामिल हुए। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड जीत दिला कर हीरो बने मधुसूदन मिस्त्री भी बैठक में पहुंचे। लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर मंथन के दौरान नेताओं ने एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया। नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले मिस्त्री बोलने के लिए खड़े हुए तो तमाम नेताओं ने हार के लिए उन्हें ही जिम्मेदार बताया। विरोध व टोकाटाकी के चलते मिस्त्री अपना भाषण भी पूरा न कर सके। वडोदरा के नेताओं ने राहुल गांधी के युवक कांग्रेस व पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई में चुनाव कराने के फार्मूले पर भी विरोध किया। वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी भी शाम को बैठक में शामिल हुए।
गुजरात में सभी 26 लोकसभा सीटों पर हार से कांग्रेसी गहरी निराशा में हैं। निकाय चुनाव से पूर्व कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए आयोजित इस बैठक में कामत, मोढवाडिया व वाघेला ने हार से सबक लेकर पार्टी के अगले कार्यक्रमों पर ध्यान देने की बात कही।
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