स्पैशन मिल्ट्री फोर्सें ईराक भेजने के कारण हार्पर पर दबाव बढ़ा

FXC107_Stephen_Harper_20121119कैनेडा की हार्पर सरकार द्वारा ईराक में स्पैशल मिल्ट्री फोर्स भेजने के फैसले पर अपना स्पष्टीकरण देने जा रही है। सरकार का कहना है कि यह हमारा फर्ज बनता है कि आतंकवादी ग्रुपों को बढऩे से रोका जाए, जो आगामी दिनों में कैनेडा व अन्य पश्चिमी देशों पर हमला कर सकते हैं।
हाऊस आफ कॉमनज अभी तक गर्मी की छुट्टियों के बाद वापस नहीं लौटी है, पर हार्पर सरकार के विदेश मंत्री जॉन बेयर्ड व रक्षा मंत्री रौब निकलसन अपने इस अचानक फैसले पर आज स्पष्टीकरण देने के लिए कॉमनज कमेटी के समक्ष पेश हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर पर यह दबाव बढ़ रहा है कि सरकार क्यों इन विशेष मिल्ट्री फोर्सों को ईराक जैसे जानलेवा स्थान पर भेज रही है। वह भी वह फोर्सें जो लड़ नहीं सकती हैं। इसलिए कैनेडा की ईराक में एक अन्य दखलअंदाजी कैनेडा को और कलेश में घसीटेती। हार्पर के अनुसार फोर्सें भेजने का आग्रह सिर्फ नोर्थ एटलांटिक टरीटी आर्गेनाइजेशन या संयुक्त राष्ट्र द्वारा ही नहीं, बल्कि राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भी सीधे तौर पर की गई है। करीब 70 कैनेडियन स्पैशल फोर्सों के जवान ईराक में अमेरिकन सिपाहियों के साथ मिल कर कुरदिश फोर्सों को सलाह-मशवरा देंगे। कुरदिश फोर्सें आइसल के साथ लड़ाई लड़ रही हैं। इन आतंकवादी संगठनों ने ईराक का कुछ हिस्सा अपने कब्जे में लिया हुआ है।
अब तक एक ग्रुप सिर्फ 30 दिनों के लिए लिया जा रहा है, पर फिट बैठने पर हार्पर की कैबनिट के पास इसको बढ़ाने का अधिकार भी है। कैनेडियन नौजवान जल्दी से जल्दी इस सप्ताह ईराक के लिए रवाना हो सकते हैं।
विरोधी पार्टी एन.डी.पी. का कहना है कि हार्पर को फोर्सें भेजने को तब तक टालना चाहिए जब तक इस संबंधी पार्लियामैंट सैशन में बहस नहीं हो जाती। हाऊस आफ कॉमनज अगले सप्ताह 15 तारीख को वापस बैठने जा रही है। एन.डी.पी. के विदेश मंत्रालय के आलोचक पॉल डियार का कहना है कि हमें इसके प्रति अपने उद्देश्य के लिए साफ होना चाहिए।
इस मामले पर टोरियो की योजना है कि इस फैसले को यह कह कर दुरुस्त दर्शाया जाए कि आतंकवादी संगठनों का खतरा ईराक से बाहर ही है। नाटो सुमित की अपनी अंतिम तकरीर में भी हार्पर ने यही कहा था कि ईराक या अन्य मुस्लिम देशों में पनप रहा आतंकवाद का खतरा कैनेडा व अन्य देशों में भी है।
बेयर्ड व निकलसन के साथ एंड्रयू बैनेट जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्मों की रक्षा के लिए निरीक्षक नियुक्त किए गए हैं, भी कमेटी के समक्ष पेश होंगे। जॉन बेयर्ड के प्रवक्ता एडम हॉज का कहना है कि एन.डी.पी. कॉमनज में अपने विरोधी पक्ष द्वारा मिलने वाले समय में इस मिशन पर बहस करवा सकती है। हॉज का कहना है कि ईराक व सीरिया के अलावा हम आतंकवादी ग्रुपों से और भी बहुत सारे देशों को खतरा है व लाखों धर्मी लोग इनके खतरे की छाया में रह रहे हैं।
एन.डी.पी. के पॉल डियार ने कहा कि सोचने वाली बात यह है कि कुर्दिश फोर्सों को आतंकवादियों से लडऩे की सलाह की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने पिछले सप्ताह बेयर्ड के साथ ईराक की यात्रा की थी तो उन्होंने देखा था कि ईराक में लोगों को खाने वाले चीजों, पानी व कंबलों की अधिक जरूरत है, जो उनकी परेशानियों को कम कर सकते हैं।

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