चाचा-भतीजे की जोड़ी बिगाड़ेगी भाजपा व कांग्रेस का समीकरण
फरीदाबाद, फरीदाबाद के न्यू इंडस्ट्रियल टाउन (एनआइटी) में 32 साल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी परिवार चाचा (पूर्व मंत्री एसी चौधरी) और भतीजे (पूर्व विधायक चंदर भाटिया) के बीच सुलह हो गई है। चाचा कांग्रेस से तो भतीजा भाजपा से नाराज है। इसके चलते दोनों इस बार फरीदाबाद जिला के छह में चार विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा व कांग्रेस के राजनीतिक समीकरण बिगाड़ेंगे। बता दें, पूर्व मंत्री एसी चौधरी और पूर्व विधायक चंदर भाटिया का बड़खल, एनआइटी, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्रों के पंजाबी वर्ग सहित झुग्गी-बस्तियों में खासा प्रभाव है। ये दोनों नेता इस प्रभाव को इस चुनाव में इनेलो के समर्थन में ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं। चंदर तो बड़खल से इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। बड़खल में चौधरी कांग्रेस तो चंदर भाजपा को नुकसान कर इनेलो को मजबूत करेंगे। हालांकि इनके राजनीतिक समीकरणों में सीधा फायदा कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह को हो सकता है।
पंजाबियों की बिखरी राजनीति सहेजेंगे चौधरी
2009 के विधानसभा चुनाव के बाद बिखरी पंजाबी राजनीति को समेटने और सहेजने का जिम्मा अब पूर्व मंत्री एसी चौधरी संभालेंगे। कांग्रेस को अलविदा कह चुके दिग्गज पंजाबी नेता चौधरी ने बेशक अभी तक किसी अन्य दल का विधिवत दामन नहीं थामा है, मगर वे भाजपा व कांग्रेस से खासे खफा हैं। प्रदेश में तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी चाहते हैं कि जिन दलों ने पिछले 10 साल में एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत पंजाबियों को राजनीति से बाहर करने का काम किया है उनके खिलाफ वे पूरे प्रदेश में जन जागृति अभियान चलाएं। इसके लिए उन्होंने बृहस्पतिवार देर शाम अपने गृह जिला फरीदाबाद से शुरुआत कर दी है। चौधरी अपनी पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वता छोड़ पूर्व विधायक और बड़खल से इनेलो प्रत्याशी चंदर भाटिया के निवास पहुंचे। यहां उन्होंने चंदर भाटिया को राजनीतिक आशीर्वाद दिया।
भाई तो भाई है, दिल पर पत्थर रखकर गया कोसली: इंद्रजीत
शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इंद्रजीत ने कहा कि भाई तो भाई ही है, लेकिन मैं दिल पर पत्थर रखकर भी कोसली में प्रचार करूंगा। मेरे लिए बड़ा सवाल भाई का नहीं, भाजपा को सत्ता में लाने का है। बता दें कि कोसली में राव इंद्रजीत सिंह के छोटे भाई राव यादुवेंद्र सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जबकि भाजपा ने राव इंद्रजीत सिंह के ही खास सिपहसालार विक्त्रम ठेकेदार को मैदान में उतारकर राव को उलझन में डाल दिया है।
इस अवसर पर भाजपा टिकट से वंचित रहे डॉ. एमएल रंगा व कुमारी गीता सहित उन पार्टी पदाधिकारियों ने भी राव को भाजपा उम्मीदवार के समर्थन का भरोसा दिलाया, जिन्होंने टिकट के लिए आवेदन किया हुआ था। गुड़गांव के पूर्व जिला प्रधान जीएल शर्मा व रेवाड़ी से पूर्व जिला प्रमुख प्रवीण चौधरी को भी साथ लेकर राव ने ये दिखाने का प्रयास किया कि पूरी पार्टी अब अहीरवाल में एकजुट हो चुकी है।
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