आईएस के निशाने पर हैं पेरिस और न्यूयॉर्क
बगदाद। इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने आशंका जताई है कि इस्लामिक स्टेट [आईएस] अब पेरिस और न्यूयॉर्क को अपना निशाना बनाने की तैयारी में है। आब्दी ने कहा कि उन्हें खुफिया विभाग से यह जानकारी मिली है। उनकी जानकारी के मुताबिक आईएस पेरिस मेट्रो सिस्टम और न्यूयॉर्क सब वे को अपना निशाना बनाकर यहां पर धमाके कर सकता है। उन्होंने कहा कि ये वारदात इराक के नहीं बल्कि अमेरिका और फ्रांस के आतंकी अंजाम देंगे जो फिलहाल इराक में ही हैं।
पहले भी दे चुका है चेतावनी
देखा जाए तो आईएस अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर हमले की चेतावनी पहले भी दे चुका है। ऐसे में प्रधानमंत्री की आशंका के बाद सहयोगी देशों ने सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया।
मेयर ने कहा, हमें खतरा नहीं
इराकी प्रधानमंत्री द्वारा आईएस के हमले की आशंका के बाद न्यूयॉर्क के मेयर बिल डे ब्लासियो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शहर के सब-वे को कोई गंभीर आतंकी खतरा नहीं है। शहर के पुलिस कमिश्नर बिल ब्रैटन ने कहा कि यात्रियों को परिवहन सिस्टम का उपयोग करने में भरोसा रहे इसलिए सड़कों और सब-वे पर अतिरिक्त पुलिस बल मौजूद रहेगा।
दूसरे दिन भी जारी रहे हमले
आईएस को कमजोर करने के लिए अमेरिका ने उसे नियंत्रण वाले तेज ठिकानों पर दूसरे दिन भी हमले जारी रखे। कुछ महीनों से इस संगठन ने इराक और सीरिया के अधिकांश हिस्सों को अपने कब्जे में लेकर रखा है। ब्रिटेन स्थित सीरियाई ऑब्जरवेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि तिंक ऑइल फील्ड और डेर अल-जोर पर हमले किए गए। इसके अलावा, आईएस के मायादीन स्थित मुख्यालय को भी हवाई हमले का निशाना बनाया गया। मायादीन पर हुए चार हवाई हमले अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने किए। इस हमले में कुछ लोग भी हताहत हुए लेकिन उनकी संख्या की जानकारी नहीं मिली।
450 जर्मन आईएस समर्थक सीरिया, इराक रवाना
जर्मनी की खुफिया एजेंसी का मानना है कि लगभग 450 आईएस समर्थक जर्मन देश छोड़कर सीरिया और इराक रवाना हो चुके हैं। खुफिया एजेंसी जर्मन फेडरल ऑफिस फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ द कांस्टीट्यूशन के प्रमुख हैन्स जॉर्ज मैसेन ने खुलासा करते हुए कहा, ‘जर्मनी के पासपोर्ट पर बाहर जाने वाले और आईएस से जुड़ने वाले संदिग्धों की संख्या करीब 400 है।’ माना जा रहा है कि इनमें से 120 आईएस के शिविरों में प्रशिक्षण लेकर जर्मनी लौट चुके हैं। जर्मन संघीय पुलिस के प्रमुख जॉर्ग जियर्क के अनुसार इन्हें हथियार चलाने और विस्फोटकों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दिया गया है। जर्मनी के आंतरिक मंत्रालय ने भी प्रशिक्षण लेकर लौटने वाले जिहादियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया। मैसेन ने कुछ दिनों पहले ही नए जिहादियों की नियुक्ति के लिए व्हॉट्सएप और इंस्टाग्राम सहित स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी थी। वहीं, वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने नागरिकों के आईएस का हिस्सा बनने पर चिंता जताई है। प्रधानमंत्री जॉन की ने कहा, सरकार न्यूजीलैंडवासियों के उन छोटे-छोटे समूहों से परिचित हैं जो देश के लिए एक बड़ा खतरा बन सकते हैं।
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