भारत-अमेरिका ने जारी किया विजन स्टेटमेंट ‘चलें साथ-साथ’
वॉशिंगटन। भारत और अमेरिका ने दुनिया के सामने एक मॉडल के रूप में पेश की जा सकने वाली साझेदारी बनाने के लिए सोमवार को साझा नारा ‘चलें साथ-साथ’ दिया। यह बयान उस वक्त जारी किया गया जब राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से व्हाइट हाउस में आयोजित किए गए रात्रि भोज में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पहुंचे। ‘चलें साथ-साथ’ के घोषणापत्र में कहा गया कि हमारा दृष्िटकोण है कि 21वीं सदी के विश्वसनीय साझेदारों के रूप में अमेरिका और भारत की बदलाव लाने वाली साझेदारी हो।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें एक ऐसी मिसाल बनानी होगी कि भारत-अमेरिका की साझेदारी पूरी दुनिया के सामने एक मॉडल बन जाए। मोदी ने कहा कि आतंकवाद से निपटना हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है। इसके पहले हम इसके घिनौने स्वरूप को देख भी चुके हैं। इसको हमें राजनैतिक नफा-नुकसान के तौर पर नहीं देखना चाहिए। पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करनी पड़ेगी और इससे निपटने के लिए हमें एक सुर में सुर मिलाकर बोलना पड़ेगा।
मोदी ने कहा कि ओबामा से मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों देशों के साझा मुद्दों पर चर्चा की। यह ऐसे मुद्दे थे जिनको लेकर दोनों देश विकास में भागीदारी निभा सकते हैं और यह मानवता की भलाई के लिए हैं। 90 मिनट तक चली वार्ता में दोनों नेताओं ने अपने-अपने कई निजी अनुभवों को भी साझा किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच मंगलवार को भी कई ठोस मुद्दों पर बातचीत होगी। उनका कहना था कि डिनर के दौरान हुई बातचीत बेहद हल्के माहौल में हुई और यह काफी सफल थी। इस मुलाकात में दोनों देशों ने माना कि उनकी दोस्ती पूरे विश्व के लिए बेहतरी का परिचायक है।
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