ब्रिटिश कोलम्बिया की अधिकतम म्यूनिसिपल कौंसिलों पर गोरों का कब्जा
वैनकुवर : बी.सी. में पड़ी वोटों में बहुत सारी म्यूनिसिपल कौंसिलों पर गोरों ने कब्जा कर लिया, जबकि अन्य भाईचारों के साथ अधिकतम लाभ लेने की कोशिश में वोटों की बांट के कारण थोड़े से भी वंचित रह गए।
पंजाबियों की बड़ी आबादी वाले शहर सरी में ही पंजाबियों ने बीबी बरिंदर रोसडी को नहीं अपनाया व सरी वन टीम की ओर से आगे आईं लिंडा हैपनल के सिर ताज सजा दिया। 1996 से 2006 तक मेयर रहे डग मकलम को भी लोगों ने नकार दिया। यही टीम 8 सालों से डाईन वाटस की अगुवाई में सत्ता में थी। कैनेडियन प्रैशर ग्रुप द्वारा कुछ पंजाबी उम्मीदवारों की मदद किए जाने के कारण वह कौंसिलर बनने में सफल हो गए। पिट मीडो में जॉन बेकर मेयर व डिंगवाल, जॉनी एलकोर्टन, माईक स्टार्क, टरेसी साईशिस्टा, बरूस बैल व डेविड मूरे कौंसिलर चुने गए हैं। ननैमो में पूर्व कौंसिलर बिल मके ने 6400 वोटों के अंतर से मेयर की कुर्सी जॉन रूतन से हथिया लिया। इसके साथ ही बिल बैस्ट, जिम किप व डॉयन बरैनन फिर से कौंसिलर चुने गए। बिल जोचिम, वैंडी परैट, जैरी होंग, इयान थौरपे व गोरडन फुलर को भी सिटी हाल में दाखिला मिल गया।
लैगली के वोटरों ने टैड स्कैफर को मेयर चुन लिया तथा जैक आरनोल्ड व देव हाल फिर से सिटी हाल में रह गए। यहां का मेयर पीटर फासबैंडर पिछले साल विधायन बन कर मंत्री बने थे। बरनबी के मेयर की कुर्सी डैरक कोरीगन के हाथ लग गई। रिचमंड के वोटरों ने लगातार छठी बार मैलकोम बरोडी को जिता कर बता दिया है कि वह अच्छे काम करने वालों की मदद करते हैं। कोकू इटलम के सिटी हाल की अगुवाई रिचर्ड स्टीवर्ट के पास रह गई है। डैल्टा के वोटरों ने भी लॉयस जैक्सन में भरोसा प्रकट किया। जोनाथन कोट ने मौजूदा मेयर वाईने राईट से बड़े अंतर से न्यू वैस्ट मेयर की कुर्सी हथिया ली। डैरल मुसाटो को नार्थ वैनकुवर का मेयर चुना गया।
वाईट रोक सिटी कौंसिल के लिए वाईन बालडविन को फिर से मेयर व हैरन फादरज, गरैंट मीर रोबर्ट, लिन सिंकलेयर, मैगन नाईट, बिल लारैंस पर डेविड चैसनी कौंसिलर बने हैं। मैंपल रिज कौंसिल की बागडोर निकोल रीड को सौंपी गई है। एबटसफोर्ड में हैनरी बरौन को मेयर चुन लिया गया। रैंडी हीवज ने मिशन के मेयर का चुनाव जीत लिया। अंतिम खबर मिलने तक वैनकुवर के मौजूदा मेयर गरैगर रोबरटसन ने बहुत सख्त व रौचक मुकाबले में फिर से चुनाव जीत कर चुनाव सर्वेक्षणों को झुठला दिया। पूर्ण रूप में देखा जाए तो जीत दर्ज करने वालों में 80 प्रतिशत से अधिक संख्या गोरों की है।
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