उज्‍जैन: भंडारे में प्रसाद खाने के बाद 150 बीमार

उज्जैन। उज्जैन में भंडारे प्रसाद खाने के बाद लगभग 150 लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में मरीज पहुंचने पर यहां हड़कंप मच गया। उपचार के बाद सभी की हालत सामान्य बताई गई है। प्रशासन ने 150 लोगों के पीड़ित होने की बात कही है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि 300 से अधिक लोग बीमार हुए हैं।

तराना तहसील स्थित गांव चिरडी के महादेव मंदिर में शिवरात्रि पर भंडारा रखा गया था। यहां करीब दो हजार लोग एकञ हुए थे। कार्यक्रम में खीर, साबूदाने की खिचड़ी, फलाहारी मिक्चर तथा मिठाई बतौर प्रसाद वितरित की गई। प्रसाद खाने के कुछ समय बाद लोगों को उल्टी, घबराहट तथा पेट दर्द की शिकायत हुई।

एक साथ कई लोगों के बीमार होने की सूचना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर कवींद्र कियावत और सीएमएचओ डॉ.एनके त्रिवेदी मौके पर पहुंच गए। उज्जैन से दवाइयों से भरी गाड़ियां भिजवाई गईं।

डॉक्टरों की टीम ने लोगों को उपचार दिया। कुछ लोग उपचार मिलने पर ठीक होकर घर चले गए, वहीं कुछ को जननी एक्सप्रेस, 108 आदि वाहनों से जिला अस्पताल रैफर किया गया।

मरीजों से मिलने पहुंचे सांसद-मंत्री

मरीजों का हाल जानने सांसद डॉ.चिंतामणि मालवीय तथा स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. डीपीएस गहरवार को समुचित चिकित्सा व्यवस्था के निर्देश दिए। डॉ.गहरवार ने बताया कि मरीजों के लिए रिजर्व 100 बेड का हड्डी वार्ड खोल दिया गया है। सुबह की शिफ्ट में कार्यरत स्टाफ को भी बुला लिया है। दवाइयों की कोई कमी नहीं है।

डॉक्टर ने कहा-केला खिलाओ, सीएस ने डपटा

उपचार के दौरान कुछ मरीजों को केला खिलाया गया था। सांसद और मंत्री के निरीक्षण में सभी मरीजों को केला खिलाने की मांग उठी। एक ड्यूटी डॉक्टर ने भी उनके सामने परिजन से केला खिलाने को कहा तो प्रभारी सिविल सर्जन ने डपटा और बोले कि निलंबित कराओगे क्या? सिर्फ दवाई दो।

इनका यह कहना

भंडारे में प्रसाद खाने के बाद 150 लोग बीमार हुए हैं। मामले की जांच करवा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही वस्तुस्थिति पता चलेगी। -कवींद्र कियावत, कलेक्टर उज्जैन

अभी यह कह पाना मुश्किल है कि लोगों की तबीयत क्या खाने से बिगड़ी। खीर, खिचड़ी, मिठाई तथा मिक्चर के नमूने ले लिए हैं। जिन दुकानों से खाद्य सामग्री खरीदी, वहां से भी नमूने लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। -डॉ.एनके त्रिवेदी, सीएमएचओ

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