भगवान भोलेनाथ दो तरह से तांडव नृत्य करते हैं
पुराणों के अनुसार सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मनाद से जब शिव प्रकट हुए तो उनके साथ सत, रज और तम ये तीनों गुण भी जन्मे थे। यही तीनों गुण शिव के तीन शूल यानी त्रिशूल कहलाए। संगीत प्रकृति के हर कण में मौजूद है। भगवान शिव को संगीत का जनक माना जाता…
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