इस बार नवरात्र में जरूर याद रखें ये शुभ मूहर्त, नवरात्र में कन्या भोजन से जुड़ी जरूरी बातें

नौ साल बाद नवमी और दशमी तिथि का मिलन हो रहा है। इसके चलते लोगों में असमंजस बना हुआ है। वहीं, ज्योतिषियों का मानना है कि ऐसी स्थिति में नवमी पूजन और रावण दहन एक ही दिन होना चाहिए।22 अक्तूबर 2004 के शारदीय नवरात्रों में भी यही स्थिति थी।…
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पितृ पक्ष समाप्ति की तरफ

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष के पंद्रह दिन पितृ पक्ष (पितृ अथवा पिता) के नाम से जाने जाते है। इन पंद्रह दिनों में लोग अपने पितरों (पूर्वजों) को जल देते हैं तथा उनकी मृत्यु तिथि पर श्राद्ध आदि सम्पन करते हैं। पितरों के लिए किए जाने वाले श्राद्ध…
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गणेशोत्सव पर गणपति का संदेश

मान्यता है श्रीकृष्ण की तरह आदिदेव गणपति ने भी संदेश दिए थे, जिन्हें गणेशगीता में पढ़ा जा सकता है। इस ग्रंथ में योगशास्त्र का विस्तार से वर्णन है, जो व्यक्ति को बुराइयों के अंधकार से अछाइयों के प्रकाश की ओर ले जाता है। 9 सितंबर से शुरू हो…
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श्रीकृष्ण लीलाओं का केंद्र रही हैं ये जगहें

हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु का अवतार माना जाता है। श्रीकृष्ण एक साधारण मानव न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पत्र राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक मिला जिसका गीता-ज्ञान…
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वंदेमातरम ‘नारे’ जो बस गए दिलों में

हमारे देश को आजादी लंबी लड़ाई के बाद मिली थी। स्वतंत्रता संग्राम में हजारों लोगों ने अपनी जानें गंवाईं। इस संग्राम में लोगों के भीतर देशभक्ति का भाव भरने का काम किया कुछ 'नारोंÓ ने। ये नारे ऐसे थे, जो लोगों की जुबां पर चढ़ गए थे। इनमें से…
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कितने सारे नामों वाला रक्षाबंधन

इसी हफ्ते राखी है। तुमने सोच लिया होगा कि इस दिन क्या-क्या मस्ती करनी है, इस दिन को कैसे सेलिब्रेट करना है। यूं तो यह दिन अपने आप में खास है, लेकिन राखी का दिन पूरे देश में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। यहीं नहीं, मॉरीशस, नेपाल और…
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स्वतंत्रता दिवस पर विशेष (इतिहास) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (1857-1947)

पुराने समय में जब पूरी दुनिया के लोग भारत आने के लिए उत्सुक रहा करते थे। यहां आर्य वर्ग के लोग मध्य यूरोप से आए और भारत में ही बस गए। उनके बाद मुगल आए और वे भी भारत में स्थायी रूप से बस गए। चंगेजख़ान, एक मंगोलियाई था जिसने भारत पर कई बार…
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नेक कर्मों से मिलेगी जन्नत ,रोजेदार को खाना खिलाना पुण्य का काम

रमजान का पाक महीना हमदर्दी और मदद का होता है। इसमें मुसलमान पूरी तरह से धर्म और ईमानदारी के रास्ते पर चलना सीखते हैं। अपने गुनाहों से तौबा करते हैं और अल्लाह से नेक रास्ते पर चलने की दुआ करते हैं। कौम के लिए यह महीना खास महत्व का होता है।…
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सपनों को जाने, रोगों को पहचाने , सपने बताते हैं सेहत के खतरे

हम रोजमर्रा की जिंदगी से अलग जो कुछ सपनों में देखते है, उसके कुछ न कुछ अर्थ या परिणाम जरूर होता है। सपने दिन और रात में दिखाई देते हैं, लेकिन रात के सपने भावी घटनाओं का पूर्वाभास देते हैं। स्वप्न विज्ञान में इन सपनों की विस्तार से व्याख्या…
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रमजान मुबारक-साबिर बनाता है रोजा

रमजान का मुबारक महीना पैगाम देता है कि हक की राह पर चलो। अहम बात ये है कि रोजा रखने से इंसान साबिर(सब्र करने वाला)बनता है। आम दिनों में जब कोई इंसान थोड़ी देर के लिए भी भूखा, प्यासा रहे तो परेशान हो जाता है। लेकिन इस मुबारक महीने में जब…
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सावन में शिव का पूजन

हिंदू पंचांग के बारह मासों में सावन भगवान भोलेनाथ को सर्वाधिक प्रिय है। इसीलिए यदि संभव हो तो शिव-भक्तों को सावन के सोमवार का व्रत अवश्य रखना चाहिए। प्रात:काल स्नान के बाद गाय के दूध, दही, घी, शहद अथवा स्वछ जल से शिवलिंग का अभिषेक करें,…
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गुम हुए सावन के झूले

एक समय था जब सावन माह के आरंभ होते ही घर के आंगन में लगे पेड़ पर झूले पड़ जाते थे और महिलाएं गीतों के साथ उसका आनंद उठाती थीं। समय के साथ पेड़ गायब होते गए और मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों के बनने से आंगन का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया। ऐसे में…
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गुजर रहा सावन, न पड़े झूले, न बोले मोर!

झूला तो पड़ गयो अमवा की डार मा, मोर-पपीहा बोले..! ऐसे कुछ बुंदेली गीत है, जो सावन मास आते ही गली-कूचों और आम के बगीचों में गूंजने लगते थे। साथ ही मोर, पपीहा और कोयल की मधुर बोली के बीच युवतियां झूले का लुफ्त उठाया करती थीं। अब न तो पहले…
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जाति व्यवस्था पर बहस जारी है

जातिवाद को लेकर भारत में बहुत बवाल खड़ा किया जाता रहा है। खासकर तथाकथित जातिवादी व्यवस्था की आड़ में सनातन हिंदू धर्म को बदनाम किए जाने का कुचक्र भी बढ़ा है। देशी और विदेशी लोग इस बुराई को लेकर मोटी-मोटी किताब लिख चुके हैं, लेकिन क्या वे यह…
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दंड नायक शनिदेव

नीलांजनं समाभासं रविपुत्रं यमाग्रज:। छायामार्तण्ड संभूतं तं नमामि शनैश्चर:॥ पुराण कहते हैं कि शनि को परमशक्ति परमपिता परमात्मा ने तीनों लोक का न्यायाधीश नियुक्त किया है। शनिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश को भी उनके किए की सजा देते हैं और…
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